नोटों की तंगहाली, एटीएम हुए खाली
-एक बार फिर शुरू हुई कैश की crisis, पब्लिक परेशान
-शहर के ज्यादातर एटीएम से नहीं मिल रहे रुपये, बैंकों में लग रही लम्बी लाइन VARANASI Spot-1 स्थान : तेलियाबाग समय : 1.20 हालात : एरिया में मौजूद एक एटीएम बंद पड़ा है। रुपये निकालने के लिए लोग यहां तक आ रहें हैं लेकिन निराश होकर लौट जा रहे हैं। स्श्चश्रह्ल-2 स्थान : चेतगंज समय : 1.30 हालात : दो एटीएम और दोनों का शटर गिरा है। दूर से ही देखकर लोग समझ जा रहे हैं कि यहां रुपये नहीं मिलने हैं। स्श्चश्रह्ल-3 स्थान : लंका समय : 2.30 हालात : पब्लिक की सहूलियत के लिए यहां कई बैंकों के छह एटीएम हैं। सब के सब खाली हैं। जिसे रुपयों की जरूरत है वो इनकी परिक्रमा कर रहा है लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।शहर में एक बार फिर रुपये की क्राइसिस हो गयी है। लोगों की जेब खाली हो रही है लेकिन बैंक एकाउंट में रुपये होने के बावजूद उसे ले नहीं पा रहे हैं। सिटी के ज्यादातर एटीएम में रुपये नदारद हैं। बैंक में लम्बी-लम्बी लाइन लग रही है। रुपयों की किल्लत का सच जानने के लिए डीजे आई नेक्स्ट की टीम ने शहर कई इलाकों में एटीएम का रिएलिटी चेक किया। जो हालात देखने को मिले वो आपके सामने हैं।
कई दिनों से है प्रॉब्लम रुपयों की किल्लत पिछले कई दिनों से है। पिछले साल नवम्बर में हुई नोटबंदी के बाद दो-चार नोट के लिए भी लोग जितना परेशान हुए उसकी दर्दनाक याद अभी जेहन में जिंदा है। फरवरी के बाद हालात धीरे-धीरे ठीक होने लगे लेकिन लगभग एक पखवारे से एक बार फिर नोट की क्राइसिस शुरू हो गयी है। शुरू के कुछ एक दिनों में तो जैसे-तैसे काम चल गया लेकिन दिन बढ़ने के बाद करेंसी की किल्लत भी बढ़ी तो पब्लिक परेशान हो गयी। अब तो हालत यह है कि कुछ हजार रुपये हासिल करने के लिए खूब भागदौड़ करना पड़ रहा है। 25-50 एटीएम खोजने के बाद किसी में रुपये मिल पा रहे हैं। अगर कोई बैंक जाकर रुपये पाना चाहे तो उसे वक्त लेकर जाना पड़ रहा है। वहां लम्बी-लम्बी लाइन लग रही है। अगर डिमांड बड़ी है तो बैंक उसे पूरा करने में हाथ खड़े कर दे रहे हैं। कैश की किल्लत देख अब लोग इसे घरों में जमा भी करने लगे हैं। फाइल फैक्ट्स 550 ATMs हैं पूरे जिले में 70 परसेंट एटीएम खाली हैं क्ख्भ्यूनियन बैंक के एटीएम
क्फ्8 एसबीआई के एटीएम ख्87 अन्य बैंकों के एटीएम एक एटीएम की क्षमता क्00 के भ् लाख रुपये भ्00 के क्0 लाख रुपये ख्000 के ब्0 लाख रुपये