सीवर का काम, बढ़ा रहा झाम
-सिगरा-महमूरगंज रोड पर हो रहा फिर बिछायी जाने लगी सीवर लाइन
-एक साल से रुक-रुककर हो रहे काम से पब्लिक हलकान सिगरा-महमूरगंज मार्ग से गुजरने वालों को ठंड के इस मौसम में भी पसीना आ जा रहा है। इस रोड पर अरसे से लटका सीवर का काम फिर शुरू हो गया है। इसके लिए सिगरा चौराहे से आगे 50 मीटर तक का रास्ता ब्लॉक कर दिया गया है। मजबूरन लोगों को स्मिथ स्कूल की तरफ से होकर आना-जाना पड़ रहा है। टै्रफिक का भारी लोड होने की वजह से सुबह से लेकर देर रात पूरे इलाके में जबरदस्त जाम लग रहा है। वहीं रोड पर बड़े-बड़े गड्ढे लोगों की कमर तोड़ रहे हैं। जिसकी फिक्र प्रशासन को है और न सीवर का काम रही गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई को। 50 मीटर में बिछाना है सीवर लाइनसिगरा-महमूरगंज रोड पर पिछले एक साल से सीवर लाइन बिछाने का काम चल रहा है। पिछले महीने बनारस में हुए भारतीय प्रवासी सम्मेलन के दबाव के चलते काम बंद कराकर सड़क बना दी गयी। लेकिन पूरी नहीं बनी। अधिकारियों की माने तो 800 मीटर पर हो रहे सीवर कार्य के 50 मीटर हिस्से का काम बचा हुआ है। जिसे अगले 45 दिनों में पूरा करने का टारगेट रखा गया है। राहगीरों और स्थानीय लोगों को हो रही समस्याओं को देखते हुए यहां तीन शिफ्ट में काम कराने की योजना तैयार की गई है।
बढ़ने वाली है मुसीबत गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों का कहना हैं कि सिगरा-महमूरगंज रोड पर सीवर लाइन डालना बड़ा चैलेंज है। पुरानी पाइप लाइन बेहद जर्जर होने के साथ अन्य लाइनों से सटी थी। सीवर लाइन डालने के दौरान कई बार ऐसा हुआ जब पुरानी पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गयी। मजबूरन मजदूरों को सीवर का काम छोड़कर उसे दुरुस्त करना पड़ता था। इसके चलते काम में देरी हुई। इस बार काम में ज्यादा देर न हो, इसलिए अगले दो-तीन दिन में सिगरा चौराहे से महमूरगंज तिराहे तक रोड ब्लॉक कर दिया जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट से परमिशन मांगी गई है। शहर की ये सड़कें हैं खराब -सामने घाट -सारनाथ -मंडुवाडीह -बेनियाबाग, कबीरचौरा -चितईपुर -ककरमत्ता -मच्छोदरी -पांडेयपुर चौराहा -भोजूबीर मार्ग -मैदागिन ------ फैक्ट फाइल 800 मीटर की लंबाई में बिछाना था सीवर लाइन 750 मीटर बिछ चुकी है सीवर लाइन 50 मीटर पाइप लाइन बिछाने का चल रहा काम 45 दिनों में खत्म करना है काम 01 साल से चल रहा सीवर लाइन बिछाने का काम650
लाख है पूरे प्रोजेक्ट का बजट 320 लाख रुपये मिला है कार्यदायी संस्था को अब तक वर्जन यहां काम करना बहुत बड़ा चैलेंज है। बहुत सारी प्राब्लम फेस करनी पड़ रही है। इसके चलते काम लेट हुआ। अगले 45 दिन में काम पूरा करने का टारगेट रखा गया है। तब तक के लिए पूरे रोड को ब्लॉक किया जाएगा। जीके चौधरी, परियोजना प्रबंधक, गंगा प्रदूषण इकाई