- अचानक आसमान में छाए कोहरे ने ट्रेंस व एयरलाइंस का बिगाड़ा शेड्यूल

- कम विजिबिलिटी के चलते तय स्पीड पर नहीं हो पाया ऑपरेशन

VARANASI

पहले ही दिन कोहरे की मार ने लोगों को बेहाल कर दिया। अचानक आसमान में छाए कोहरे व कड़ाके की ठंड के चलते पब्लिक के साथ ही पैसेंजर्स का जनजीवन भी प्रभावित हो गया। कोहरे की सबसे अधिक मार ट्रेंस व एयरलाइंस पर पड़ी। मेट्रो सिटीज की लगभग सभी ट्रेंस लेट से पहुंची। वहीं एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी न होने के चलते प्लेंस का शेड्यूल डिस्टर्ब हो गया।

ट्रेनों का बिगड़ा टाइम टेबल

पिछले कई दिनों से आसमान साफ रहने के बाद बुधवार को अचानक धुंध इतनी जबरदस्त छायी कि आसपास भी कुछ दिखायी नहीं दे रहा था। हालांकि दिन में कोहरे का असर कुछ कम रहा। जिससे लोगों को राहत मिली। इस दौरान किसी तरह ट्रेंस व एयरलाइंस का ऑपरेशन हो पाया। हालत ये थी कि प्लेटफॉर्म पर खड़े लोगों को ट्रैक दिखायी नहीं दे रहा था। ऐसे में ट्रैक पर ट्रेन चलाने में परेशानी हुई। प्रॉपर ऑपरेशन न होने से कई ट्रेन लेट हो गयीं। वाराणसी से जम्मूतवी, नई दिल्ली व राजस्थान की तरफ जाने व आने वाली ट्रेंस पर कोहरे का सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है। काशी विश्वनाथ, अमृतसर हावड़ा, श्रमजीवी, बेगमपुरा, शिवगंगा सुपरफास्ट आदि ट्रेन अपने समय से लेट में चल रही हैं। ट्रेंस से अधिक हवाई जहाज की उड़ानों पर कोहरे का प्रभाव पड़ा है। कोहरा इतना घना है कि एक उड़ान कैंसिल हो जाने के बाद पैसेंजर्स को भेजने के लिए दूसरी उड़ान का बंदोबस्त करना भी संभव नहीं होता है। नई दिल्ली से बनारस, बनारस से नई दिल्ली, मुम्बई से बनारस, बनारस से हैदरबाद की विभिन्न एयरलाइंस कोहरे के चलते डिस्टर्ब रहीं।

क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक

बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो। एसएन पाण्डेय ने बताया कि अभी दो से तीन दिन तक कोहरे से निजात मिलना संभव नहीं है। अभी पूर्वा हवा सतह पर है जिससे कोहरा छा रहा है। जब पछुवा हवा अपनी ताकत दिखायेगी तो मौसम साफ हो जायेगा, लेकिन ठंड में इजाफा होना संभव है। मौसम का यही हाल दो से तीन दिन बने रहने की संभावना है। इसके बाद ही लोगों को दिन में खिली धूप का आनंद लेने का मौका मिल पायेगा।

एनई रेलवे हुआ अलर्ट

पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी डिवीजन यात्रियों के सुरक्षित सफर के लिए अलर्ट हो गया है। इसी क्रम में डीआरएम एसके झा के निर्देशन में रेल फ्रैक्चर जैसी घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए सेफ्टी ड्राइव, फुट प्लेट निरीक्षण, रात्रि निरीक्षण, आकस्मिक निरीक्षण, ट्रैक पेट्रोलिंग एवं अनुरक्षण कार्य बहुत कड़ाई से किया जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने का आदेश दिया गया है। साथ ही अनमैंड क्रॉसिंग पर भी नजर रखने का निर्देश जारी कर दिया गया है। सभी ट्रेंस में लगे फॉग डिवाइस को प्रॉपर मॉनीटर करने का भी निर्देश दिया गया है।

हादसों से नहीं क्रिमिनल से डर

ठंड व कोहरे के दौरान लेट चल रही ट्रेंस में हादसों से ज्यादा क्रिमिनल्स का डर रहता है। अभी हाल में ही जहां ट्रेनों में डकैती हुई तो वहीं नक्सली हमला भी झेलना पड़ा है। खास यह कि लखनऊ स्टेशन से ठीक पहले के जंगल में भी आपराधिक किस्म के लोग रात को गुजरने वाली ट्रेंस में घुस जाते हैं और लूटपाट करते हैं। वहीं सुरक्षा कर्मी घटना के बहुत देर बाद पहुंचते हैं। ट्रेन से लेकर प्लेटफॉर्म तक पर उचक्कागिरी आम बात हो गई है। इसको रोकने के लिए जरूरी उपाय करने को संबंधित ऑफिसर्स को कहा गया है।

-क्फ्ब्8फ् फरक्का एक्सप्रेस क्ख् घंटा

-क्ब्8म्ब् मरुधर एक्सप्रेस क्0 घंटा

-क्ख्ख्फ्8 बेगमपुरा एक्सप्रेस क्0 घंटा

-क्ख्भ्म्ख् सेनानी एक्सप्रेस 08 घंटा

-क्फ्ख्फ्9 कोटा-पटना एक्सप्रेस 08 घंटा

-क्फ्00म् पंजाब मेल 08 घंटा

-क्ख्0भ्0 गतिमान एक्सप्रेस 0भ् घंटा

Posted By: Inextlive