उत्तराखंड में हुई बारिश के को असर अब यूपी के मैदानी इलाको में देखा जा रहा है. यूके का पानी पहाड़ों के ढलानों से होकर गंगा में आ रहा है. इससे गंगा साल में तीसरी बार उफान पर है. बुधवार की देर रात से जलस्तर बढऩे की रफ्तार तेज हो गई. सुबह 10 बजे गंगा का जलस्तर 64.02 मीटर था और यह दो सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा है. लिहाजा अब बनारस में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 7.28 मीटर ही दूर है.

वाराणसी (ब्यूरो)। बुधवार की सुबह 8 बजे केंद्रीय जल आयोग से जारी आंकड़ों के मुताबिक जलस्तर 63.98 मीटर पहुंच गया। सुबह 10 बजे तक जलस्तर 94.02 मीटर हो चुका है और बढ़ाव अब भी जारी है। घाट किनारे के इलाकों में आपदा प्रबंधन के साथ एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीमें भी सक्रिय हो चुकी हैं। नाविकों ने अपनी नावें भी किनारों पर सुरक्षित बांध दी हैं। वाराणसी में गंगा नदी का खतरा बिंदु 71.26 मीटर है।

डूबे कई घाट, बदला आरती का स्थल
केंद्रीय जल आयोग की माने तो बनारस में गंगा के वाटर लेवल में वृद्धि गुरुवार तक जारी रह सकती है। तुलसी घाट तो कब का पानी में समा गया है। अब शिवाला, चेत घाट और चौकी घाट पूरी तरह से पानी में डूब गया है। रीवा घाट पर जल जमाव बढऩे लगा है। इसके साथ कई घाटों का संपर्क एक-दूसरे से टूट गया है।

वाराणसी में गंगा का वाटर लेवल
चेतावनी बिंदु-70.26 मीटर
खतरा का निशान-71.26 मीटर
फ्लड का हाई प्वाइंट-73.90 मीटर
बुधवार शाम छह बजे तक-64.2 मीटर

Posted By: Inextlive