लंबी दूरी की बसों में स्पेशल डिग्गी बनवाकर चल रहा खेल इलेक्ट्रानिक उत्पाद और रेडीमेड गारमेंट्स बनारस से बिहार व झारखंड पहुंचाए जा रहे

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस से प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा बिहार और झारखंड की ओर जाने वाली लंबी दूरी की लग्जरी बसों के जरिए जीएसटी चोरी हो रही है। माफिया इन बसों में स्पेशल डिग्गी बनवाकर महंगे इलेक्ट्रानिक उत्पाद व रेडीमेड गारमेंट्स छुपा कर बनारस से बड़े शहरों और अन्य प्रदेशों में प्रवेश करवा रहे हैं। शहर में लहरतारा, मढ़ौली, रोहनियां, लंका, सामने घाट, चौकाघाट, आशापुर समेत कई जगहों से हर दिन करीब 90 बसें लंबी दूरी के लिए भर्राटा भर रही हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। बिहार और झारखंड की ओर जाने वाली लग्जरी बसों से लाखों रुपए की जीएसटी चोरी हो रही है। बिहार के पटना, आरा, बक्सर, झारखंड के रांची जमशेदपुर, धनबाद के अलावा गोरखपुर के लिए जाने वाली बसों में कर चोरी सबसे ज्यादा हो रही है। हालांकि वाणिच्य कर विभाग समय-समय अभियान चलाकर इन बसों में चोरी से जा रहे उत्पाद पकड़ता है। इसमें 50 फीसद से ज्यादा मामलों में जीएसटी चोरी का मामला आया है।

8 करोड़ रुपए का नुकसान

विभाग का मानना है कि बनारस से रोजाना काफी मात्रा में विभिन्न सामानों की खरीदारी की जाती है। दुकानदारों के एजेंट के द्वारा बगैर बिल और परिवहन प्रपत्र के इन सामानों को बसों के द्वारा परिवहन कराया जाता है। बॉर्डर पर सक्रिय कर माफिया एवं बस एजेंट की मिलीभगत से यह खेल होता है। माफिया द्वारा एजेंटों को मामूली किराया देकर लाखों रुपए के सामान का परिवहन किया जाता है। एक अनुमान के मुताबिक इससे विभाग को हर माह 8 करोड़ रुपए का नुकसान होता है.

सीट के नीचे रखा जाता है माल

विभाग का कहना है कि बिहार, झारखंड, गोरखपुर समेत अन्य जिलों की ओर जाने वाली बसों में पहले भी कई बार जीएसटी चोरी का माल पकड़ा गया है। बस एजेंटों द्वारा चेकिंग से बचने के लिए सवारियों की सीट के नीचे अथवा विशेष रूप से बनाई गई डिग्गियों में कर चोरी का माल रखा जाता है। ताकि चेकिंग के दौरान सचल दल के पुलिसकर्मियों को आसानी से इन स्थानों पर निगाह ना पड़े। कई बार सवारियों को भी नहीं पता होता कि उनकी सीट के नीचे सामान रखा है.

40 से 50 फीसदी तक अर्थदंड

जीएसटी चोरी का माल पकड़े जाने पर 40 से 50 फीसदी तक अर्थदंड वसूलने का प्रावधान है। बिना बिल और अन्य कागजातों के अवैध तरीके से परिवहन हो रहे सामानों पर कई बार जमानत राशि भी जमा कराई जाती है.

यहां से चलती हैं लंबी दूरी की बसें

शहर में लहरतारा, मढ़ौली, रोहनियां, लंका, सामने घाट, चौकाघाट, आशापुर से बिहार, झारखंड, गोरखपुर के लिए लग्जरी बसें चलती हैं.

ये माल जाते हैं बाहर

गारमेंट्स, साड़ी, दवा, इलेक्ट्रानिक आइटम, कड़ा, गंडा, पीतल बर्तन, पूजा सामग्री आदि

वर्जन

लंबी दूरी की लग्जरी बसों से पहले जीएसटी चोरी का मामला सामने आया था तो अभियान चलाकर कार्रवाई की गई थी। नियमित चेकिंग संभव नहीं है। अगर फिर जीएसटी चोरी हो रही है तो जानकारी करने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

-एमके शुक्ला, अपर आयुक्त ग्रेड-2 वाणिज्य कर विभाग

Posted By: Inextlive