अपराध को हवा दे रहा हवाला
बहुत गंदा है शहर में जमा हवाला का धंधा
-हर कारोबार में बड़ी रकम का हवाला के जरिए हो रहा लेनदेन -जरायम की दुनिया से जुड़े व्हाइट कॉलर कर रहे ऑपरेट हवाला के जरिए हासिल रकम का अपराध में हो रहा इस्तेमाल VARANASIअवैध रुपये का लेनदेन जिसे हवाला के नाम से जाना जाता है बनारस में अपराध को हवा दे रहा है। बनारस की मंडियों की काली कमाई किसी न किसी तरीके से अपराधियों तक पहुंच रही है। जरायम की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले कई तो सीधे इस धंधे से जुड़े हैं। जिनको जगह नहीं मिली वो लूटपाट या दबंगई से अपना हिस्सा हासिल कर रहे हैं। इसके लिए बड़े अपराध करने की जरूरत हो तो उसमें भी नहीं हिचक रहे हैं। वजह साफ है कि हवाला के एजेंट या कैरियर अपने साथ हुए किसी वारदात को पुलिस तक नहीं पहुंचाना चाहते हैं। अगर किसी वजह से पहुंच भी जाए तो रुपयों की बात सामने नहीं आने देते हैं। वैसे भी पुलिस शहर में हवाला के धंधे से अनजान नहीं है। जरूर वह मलाई काट रही है तभी कोई कार्रवाई नहीं करती है। शहर में एक के बाद एक हो रही लूट से इस चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि ये रकम हवाला का तो नहीं है।
बढ़ रहा क्राइम हवाला के जरिए लाखों-करोड़ों की कमाई करने वाले इन रुपयों का इस्तेमाल अपराध में ही करते हैं। इन रुपयों से अपराधियों की टीम खड़ी करते हैं। उनके जरिए, लूटपाट, रंगदारी से लेकर हर तरह का क्राइम कराते हैं। हवाला का धंधा आतंकी गतिविधियों को भी हवा देने में सहायक होता है। आधा दर्जन बार आतंकवाद का शिकार हुए शहर में स्लीपिंग माड्यूल से लेकर आतंक का सामान तैयार करने के लिए जरूर रुपये हवाला के जरिए ही यहां तक पहुंचे हैं। करोड़ों को खेल बनारस में हवाला का धंधा दशकों पुराना है। धार्मिक नगरी की पहचान रखने वाला शहर पूर्वाचल या कहें कि यूपी बड़े कारोबारी शहरों में भी शामिल है। बनारसी साड़ी, सोना, चांदी, कीमती पत्थर, दवा, लकड़ी के खिलौने, बिड्स, प्लास्टिक, गल्ला का कारोबार दशकों से देश के शहरों साथ दुनिया के कई देशों में होता है। अब तो रियल स्टेट के नजरिए से भी बनारस बड़ा बाजार बन गया है। इनमें करोड़ों रुपये का लेनदेन रोज होता है। इसे सरकार की नजर से बचाकर टैक्स की चोरी करने वाले कारोबारी हवाला का सहारा लेते हैं। हर रोज करोड़ों रुपये हवाला के जरिए इस शहर में आता और इस शहर से जाता है।गुमटी से चल रहा धंधा
-हवाला का लाखों-करोड़ों का धंधा छोटी-छोटी जगहों से संचालित हो रहा है -गुमटी, गली-कूचों के घरों, मल्टी स्टोरी बिल्डिंगों में तरह-तरह के नाम से खुले ऑफिस से धंधा ऑपरेट हो रहा है -कुरियर कम्पनी, डिब्बा, अचार, साड़ी सप्लाई के नाम पर खुले दफ्तर से हवाला का काम हो रहा है। -कुछ हजार रुपये मंथली पर रखे गए लड़कों के जरिए दूर-दराज तक लाखों-करोड़ों रुपये पहुंचाए जाते हैं -कुछ साल पहले चौक पर एक कमरे के ऑफिस में चल रहे कूरियर से फ्0 रुपये से अधिक हवाला के रुपये लूटे गए थे -कैंट थाना क्षेत्र की एक अनजान सी कॉलोनी के एक मकान में किराए पर रहने वाले दो लोगों से ख्0 लाख रुपये से अधिक के हवाले के रुपये पकड़े गए सबका बंटा है हिस्सा -हवाला के धंधे में हर उस शख्स का हिस्सा है जो इसे रोड़ा अटका सकता है -काली कमाई के बड़ा हिस्सा इसे ऑपरेट करने वाले ले जाते हैं। इनमें अपराधियों से लेकर सफेद कॉलर लोगों का नाम शामिल है -एक करोड़ रुपये के लेनदेन पर एक प्रतिशत हवाला का चार्ज वसूला जाता है -इन रुपयों से ही रुपये लाने-ले जाने वाले युवकों, खाकी वर्दी का खर्च निकलता है-जो हवाला के धंधे में अपनी जगह नहीं बना पाते वे लूटपाट का सहारा लेते हैं
हवाला का यहां है बोलबाला -दवा मंडी -गल्ला मंडी -सोने-चांदी का कारोबार -कीमती पत्थरों का कारोबार -रियल स्टेट -गल्ला मंडी