कार में बच्चों के सामने बहनोई संग मिलकर पति की गला घोंटकर हत्या शव लेकर घूमती रही पत्नी व प्रेमी मोबाइल की काल डिटेल से खुला मामला

वाराणसी (ब्यूरो)लंका थाना क्षेत्र के सीरगोवर्धनपुर निवासी अनिल यादव (33) 16 जून से लापता था। गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई। पत्नी के मोबाइल की काल डिटेल और नंबर लिसनिंग के जरिए चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अनिल यादव लापता नहीं हुआ था, बल्कि उसकी पत्नी ने ही औराई के रहने वाले बहनोई के साथ मिलकर उसका अपहरण किया था। बच्चों के सामने ही कार में पति की गला घोंट कर हत्या कर दी। शव को कार में रखकर शहर में शाम तक दोनों घूमते रहे। मौका देखते ही रात में मुगलसराय के अलीनगर स्थित नाले में शव फेंककर फरार हो गए थे। लंका पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार जेल भेज दिया है.

अस्पताल से चला था ससुराल

लंका थाना क्षेत्र के सीरगोवर्धनपुर का निवासी अनिल यादव (30) अपने घर के समीप एक निजी अस्पताल में बार्ड व्याय का काम करता था। सुबह घर से जाता था और देर रात आता था। अनिल की पत्नी अनीता बीते 10 जून को अपने मायके बबुरी थाना क्षेत्र के गौरी गांव गई थी। उसकी विदाई करने के लिए अनिल 16 जून को अस्पताल से ससुराल चला गया.

पत्नी बोली, अनिल छोड़कर चला गया

अनिल यादव ससुराल से पत्नी का विदाई कराकर ऑटो से घर पहुंचा। घर में सामान रखने के बाद वह पत्नी बच्चों के साथ ऑटो में बैठकर फिर निकल गया। रात 8.30 बजे पत्नी घर पहुंची और परिजनों को बताई कि अनिल उसे छोड़कर कहीं चला गया। परिजनों ने अनिल को फोन लगाया तो नंबर बंद था, उसकी तलाश की तो पता नहीं चला। 19 जून को अनिल के भाई दीपक की तहरीर पर गुमशुदगी पुलिस ने दर्ज की।

काल डिटेल के बाद पुलिस को शक हुआ

गुमशुदगी के बाद लंका पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम लगाई गई। पांच दिन से लापता स्वास्थ्यकर्मी अनिल यादव (33 वर्ष) का शव गुरुवार को 50 किमी दूर ससुराल बौरी अलीनगर में बरामद हुआ। युवक की गुमशुदगी के बाद पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की तो पत्नी अनीता पर शक गहराया।

पूछताछ में अपराध कबूल लिया

पुलिस ने काल डिटेल निकलवाई तो जीजा से कई घंटे बातचीत मिली, दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने वारदात कबूल ली। पत्नी ने बताया कि जीजा के साथ मिलकर पति का अपहरण कराया और फिर हत्या करवा दी। जीजा ने हत्याकर शव अलीगंज के नाले में फेंक दिया। निशानदेही के बाद पुलिस ने शव बरामद कर लिया और दोनों से पूछताछ जारी है.

एसओ अलीनगर ने बताया कि मृतक की पत्नी और बहनाई से पूछताछ में पता लगा कि चंदौली जिले के बौरी गांव में गला दबाकर अनिल की हत्या करने के बाद उसका शव संघीताली पुलिया के नीचे नाले में फेंक दिया गया था। दोनों की निशानदेही पर नाले से शव बरामद कर लिया। लंका पुलिस की मदद से जांच जारी है, गिरफ्तारी कर दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

पिता की पिछले साल हुई मौत

ससुराल से लौटकर लापता हुए सीर गोवर्धनपुर निवासी अनिल यादव गांव में स्थित एक निजी अस्पताल में केयरटेकर की नौकरी कर परिवार का पालन करता था। पत्नी अनीता से उसे दो बच्चे खुशी (4) और प्रियांशु (2) भी हैं। अनिल के पिता मिठाई लाल यादव बीएचयू में कर्मचारी थे, जिनकी पिछले साल बीमारी से मौत हो गई थी। अनिल अपने छह भाई बहनों में पांचवें नंबर पर था। घटना की जानकारी होने के बाद मृतक की मां राधा रो-रो कर बेहोश हो गई.

पत्नी ने सुनाई वारदात की दास्तां

लंका थाना क्षेत्र के सीर गोवर्धनपुर के रहने वाले अनिल यादव की पत्नी अनीता ही उसकी हत्यारी निकली। उसने जयरामपुर औराई भदोही निवासी अपने प्रेमी सुरेंद्र यादव उर्फ नंदू के साथ वारदात को अंजाम दिया। पुलिस की पूछताछ में अनीता ने बताया कि 16 जून को ससुराल से अनिल को लेकर ऑटो में बच्चों के साथ टेंगरा मोड़ पहुंची.

कोल्ड ड्रिंक में जहर मिलाकर दिया

फोन पर बात के अनुसार नंदू उर्फ सुरेंद्र अपनी वैगनआर गाड़ी लेकर टेंगरा मोड़ पर मौजूद था। बातचीत के दौरान सभी कार में बैठ गए और नंदू की लाई कोल्ड ड्रिंक में अनीता ने जहर मिलाकर पति अनिल को दे दिया। अनिल जहर का असर होते ही बेहोश होकर कार के अंदर गिर गया। बच्चों ने कहा कि पापा सो गए तो दोनों को आगे वाली सीट पर बैठा दिया.

परिवार को सुनाती रही झूठी कहानी

अनीता ने कार के भीतर ही अनिल की गला कस पत्नी के दुपट्टे से प्रेमी ने मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों शाम तक शव लेकर कार में घूमते रहे। सूर्यास्त के बाद अनीता और नंदू ने बॉडी को हाईवे के किनारे अलीनगर के नाले में फेंक कर वापस लौट गए। इसके बाद सुरेंद्र अनीता को अपनी वैगनआर गाड़ी से घर के पास छोड़कर चला गया। पति की हत्या करके बड़े आराम से घर के भीतर अनीता रही और सभी को झूठी कहानी सुनाती रही.

बच्चों ने आंखों से देखी पिता की मौत

अनीता ने घटना के दौरान अपने बच्चों का भी मुंह नहीं देखा। बच्चों के सामने ही पिता की हत्या कर दी और मासूम बच्चे उसके दर्शक बने रहे। बच्चों को लगा पापा सो रहे और फिर सब घर आ गए। पुलिस हिरासत में आने के बाद घटना को लेकर अनीता लगातार मनगढ़ंत कहानी सुनाती रही, लेकिन कड़ाई से पूछताछ और साक्ष्य देखकर टूट गई। नंदू उर्फ सुरेंदर अनीता का रिश्ते में जीजा लगता है और उसके प्रेम में फंसकर खौफनाक कदम उठा लिया.

निशानदेही पर नाले से मिला शव

Posted By: Inextlive