Varanasi: कैंट रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर्स एमेनटीज का मुद्दा बुधवार को एक बार फिर छाया रहा. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार व नॉदर्न रेलवे के जीएम वीके गुप्ता ने स्टेशन का इंस्पेक्शन किया. प्लेटफॉर्म पर वॉटर बूथ के नीचे गंदगी जहां तहां फैला बिजली का केबल सर्कुलेटिंग एरिया में खुले मेनहोल फस्र्ट क्लास व सेकेंड क्लास पैसेंजर्स वेटिंग हॉल में अंधेरा देख दोनों ऑफिसर्स का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. चेयरमैन ने मौके पर ही डीआरएम जगदीप राय व स्टेशन मैनेजर एके पांडेय को हिदायत के साथ जल्द से जल्द हालत सुधारने का निर्देश दिया. अरुणेंद्र कुमार ने कहा कि नई दिल्ली से यहां अधिकारी बार-बार यह बताने नहीं आएंगे कि स्थानीय ऑफिसर्स को क्या करना है. मौके पर खड़े स्टेशन मैनेजर से सवाल किया कि यह किस की जिम्मेदारी है? वह चुपचाप खड़े थे.


टॉयलेट की गंदगी देख दंगइंस्पेक्शन के दौरान चेयरमैन वेटिंग हॉल स्थित सुलभ शौचायल में घुस गए। बदबू व गंदगी देखकर दंग रह गए। डीआरएम को यहां की व्यवस्था सुधरने तक एडीआरएम को यहां पर ही कैंप करने का निर्देश दिया। यही नहीं नाराज चेयरमैन ने पिछले तीन माह में लखनऊ से बनारस दौरे पर आए ऑफिसर्स की रिपोर्ट भी तलब की। नॉदर्न रेलवे में रहेगा कैंट स्टेशन कैंट स्टेशन पर डेली लगभग एक लाख पैसेंजर्स का आना जाना रहता है। इस कारण माकूल व्यवस्था करने के बाद भी स्थिति बेहतर नहीं हो पा रही है, जबकि लोकल ऑफिसर्स इसे बेहतर करने में सक्षम हैं। इन्हें निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द ही रिजल्ट सामने आना चाहिए। स्टेशन की जिम्मेदारी एक रेलवे को देने के सवाल पर चेयरमैन बोले कि ऑपरेशन की दृष्टि से कैंट स्टेशन नॉदर्न रेलवे में ही रहेगा। अब नहीं सुधरे तो एक्शन तय
कैंट स्टेशन की दुव्र्यवस्था पर क्या किसी ऑफिसर व इंजीनियर के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है? इस पर चेयरमैन ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। सभी को एक मौका और दिया गया है। स्थिति नहीं सुधरने पर कार्रवाई तय है। वहीं स्टेशन कैंपस में मंगलवार की रात लगभग चार घंटे तक जीएम वीके गुप्ता ने इंस्पेक्शन के दौरान खामियां पाई गई थीं। इस बाबत एक मैनेजर व एक इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। लेकिन यह हवा हवाई ही रही।

Posted By: Inextlive