छह सितंबर को घर-घर कान्हा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा वैष्णव सम्प्रदाय सात सितंबर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे

वाराणसी (ब्यूरो)अति दुर्लभ जयंती योग में छह सितंबर को घर-घर कान्हा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा, जबकि वैष्णव सम्प्रदाय सात सितंबर को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाएंगे। लड्डू गोपाल के आगमन को लेकर हर कोई लालायित है। घरों व मंदिरों में इसकी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। इसमें झांकी एवं अन्य पकवान भी शामिल हैं.

मार्केट में उमड़ी भीड़

जन्माष्टमी का मार्केट लंका और चौक क्षेत्र में जबरदस्त सजा। लंका पर छोटी-बड़ी मिलाकर दो दर्जन से अधिक दुकानें भगवान के श्रृंगार साज से सजी रही। इस बार तरह-तरह के नक्कशीदार लकड़ी, मेटल और चांदी का हिंडोले की खरीदारी हुई। दुकानों में लड्डू गोपाल की विभिन्न प्रतिमाएं, पोषाक, मुकुट, बांसुरी, मोर पंख, बिछौना और मोतियों की माला लोगों को खूब लुभायी। लकड़ी, मेटल और चांदी के हिंडोले की मांग खूब रही। आर्डर देकर तरह-तरह के हिंडोले तैयार करवाए गए हैं। मटकी, लाइट झालर, कालिया नाग व अन्य खिलौने हैं। कई लोग लड्डू गोपाल के लिए चांदी का पालना और चांदी के खिलौने भी तैयार करवाये हैं.

इस्कॉन में तीन दिनी कृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव आज से

इस्कॉन मंदिर में छह व सात सितंबर को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव एवं आठ सितंबर को नंदोत्सव मनाया जाएगा। इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अच्युत मोहन दास ने दुर्गाकुंड रोड स्थित इस्कॉन मंदिर में मंगलवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि छह सितम्बर को शाम चार से रात 10 बजे तक और सात सितंबर को पूरे दिन विविध कार्यक्रम होंगे। मंदिर 24 घंटे मधुर कीर्तनों से गूंजेगा। भगवान कृष्ण के पवित्र अभिषेक का आयोजन किया गया है जो इस्कॉन के साथ-साथ धर्म संघ परिसर में भी होगा। मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक उत्सव भी है। इसमें विभिन्न स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों द्वारा मनमोहक नृत्य प्रदर्शन किया जायेगा। जन्माष्टमी में आने वाले सभी लोगों को हलवा प्रसाद बांटा जाएगा। परिसर में नन्दोत्सव आठ सितंबर को मनाया जाएगा। यह इस्कॉन के संस्थापकाचार्य कृष्णकृपामूर्ति एसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद का आविर्भाव दिवस भी है। इन वार्ता में रसिक गोविन्द दास, मुरारी गुप्ता दास और साक्षी मुरारी दास मौजूद थे।

अन्नपूर्णा नगर से भव्य शोभायात्रा आज

हरे कृष्ण हरे राम संकीर्तन सोसाइटी की ओर से भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य दिवस पर तीन दिवसीय उत्सव छह सितंबर से शुरू होगा। पहले दिन प्रात: सात बजे विद्यापीठ के निकट अन्नपूर्णा नगर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा महमूरगंज स्थित विनयकुंज सोसाइटी पहुंचेगी जहां श्रीश्री लड्डूगोपाल का भव्य श्रृंगार होगा। अनुष्ठान के तीनों दिन सायं सायं छह बजे से तुलसीपूजा, गौर आरती, हरिनाम संकीर्तन एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया है। स्थानीय एवं बाहर से बुलाए गए कलाकारों द्वारा भजन गायन होगा। अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद दास ने बताया कि बुधवार को विविध आयोजन होंगे, हजारों कृष्णप्रेमियों की भीड़ उमड़ेगी। प्रत्येक दिन राधागोविन्द देव, जगन्नाथ देव, बलदेव एवं सुभद्रा महारानी के श्रीविग्रहों का श्रृंगार होगा.

Posted By: Inextlive