मसालों के दाम में डेढ़ गुना तक वृद्धि छोटी इलायची में 1000 रुपए तक का उछाल दाल पतली होने के बाद हल्दी का रंग हुआ फीका

वाराणसी (ब्यूरो)अब तो हद हो गई है महंगाई की। अरहर दाल, टमाटर के बाद अब मसालों के बढ़ते दाम ने आम पब्लिक को हैरान कर दिया है। पहले ही कटोरी दाल पतली हो गई है और थाली से सलाद गायब हो गया है। अब मसालों के बढ़ते दामों ने सब्जियों का जायका फीका कर दिया। किराना मार्केट का हाल यह है कि कई मसालों के दाम में डेढ़ गुना इजाफा हुआ है तो कई के दाम में 30 से 40 परसेंट का उछाल आया है। खाने-पीने की वस्तुओं में जिस प्रकार से बढ़ोतरी हुई, उससे आम आदमी के किचन का बजट अभी तक गड़बड़ चल रहा है।

छोटी इलायची में डेढ़ गुना वृद्धि

मसालों में छोटी इलायची का अहम रोल होता है। अगर छोटी इलायची न मिलाया जाए तब तक स्वाद अधूरा सा लगता है। जिस प्रकार से छोटी इलायची के दाम में इजाफा हुआ उससे आम आदमी को बिना छोटी इलायची के ही आदत डाल लेनी चाहिए। क्योंकि छोटी इलायची में दो दिन के अंदर 1000 रुपए किलो का उछाल आया है। यानि दो दिन पहले मार्केट में 1900 सौ रुपए किलो की दर से बिक रहा था, वह अब बढ़कर 2900 रुपए किलो हो गया है.

दाल के रंग को हल्दी ने किया हल्का

दाल का भाव बढऩे की वजह से कटोरी की दाल पहले ही पतली हो गई है। बॉडी में एंटिबायोटिक का काम करने वाली हल्दी ने भी दाल के रंग को फीका कर दिया, क्योंकि हल्दी के दाम में 50 रुपए किलो का इजाफा हुआ है। 100 रुपए किलो से बढ़कर हल्दी 150 रुपए किलो हो गया है। अब आम पब्लिक मसाला खरीदने से भी घबराने लगा है.

बारिश ने बढ़ाया दाम

फिलहाल मंडी के कारोबारियों का कहना है कि बारिश के चलते मसालों के दाम में उछाल आया है। इसके चलते पैदावार पर भी काफी असर पड़ा है। गुजरात से जो जीरा आता है वहां पर फसल कमजोर हुई है। इसके चलते तीन महीने में जीरा के दाम में दोगुना उछाल आया है। ऐसे ही अगर मसालों के दाम बढ़ते रहे तो आम आदमी टमाटर की तरह मसालों से भी दूरी बना लेंगे। दाम बढऩे की वजह से खरीदारी भी कम होने लगी है.

रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम बढऩे की वजह से मार्केट की हालत काफी खराब है। दाम बढऩे की वजह से खरीदारी पर असर पड़ रहा है.

अशोक कसेरा, कारोबारी

जहां से मसाला आता है वहां के कारोबारी बारिश का हवाला देकर दाम को हवा दे रहे हैं। हालांकि बारिश के चलते मंडियों में आवक कम हो रही है.

दुर्गा प्रसाद गुप्ता, कारोबारी

टमाटर, दाल तो बजट से बाहर जा चुका है। अब मसाला का दाम भी परेशान करने लगा है। समझ में नहीं आ रहा है कि क्या करें.

मीनू विश्वकर्मा, हाउसवाइफ

गवर्नमेंट को इस पर ध्यान देना चाहिए। नहीं तो लोग जिस प्रकार से टमाटर का इस्तेमाल करना कम कर दिए हैं उसी तरह मसाला से भी परहेज करने लगेंगे.

स्नेहा जायसवाल, हाउसवाइफ

Posted By: Inextlive