-रामनगर में बंदरों से डर से छत से कूदी बालिका, मौत

बंदरों के उत्पात ने बालिका की जान ले ली। रामनगर के गोलाघाट में हुई इस घटना से सभी स्तब्ध हैं। शुक्रवार को छत पर बैठी बालिका आरिबा (13 वर्ष) को बंदरों ने घेर लिया। दहशत में उसने छत से छलांग लगा दिया। रविवार की सुबह बीएचयू ट्रामा सेंटर में इलाज के दौरान बालिका की मौत हो गई। रामनगर के गोलाघाट निवासी नईम खान सऊदी अरब में काम करता है। पत्नी नाजमा बेगम बेटी आरिबा के साथ गोलाघाट में रहती है। आरिबा किसी काम से शुक्रवार को छत पर चढ़ी थी उसी दौरान बंदरों का झुंड आ गया। उसने भगाने का प्रयास किया तो बंदरों ने घेर लिया। इससे घबराकर वह छत से कूद गयी। मिली तो छत से छलांग लगा दी। माता पिता की इकलौती बेटी नगर के एक निजी विद्यालय में कक्षा सातवीं की छात्रा थी।

रामनगर पालिका परिषद की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि प्रशासन के पास बंदर और छुट्टा पशुओं को पकड़ने के लिए कोई संसाधन नहीं है। बावजूद इसके बंदरों के आतंक से निजात का प्रयास किया जाएगा।

बंदर बने मुसीबत

5

साल पहले मथुरा की एजेंसी को दिया गया था बंदरों को पकड़ने का टेंडर

10

हजार बंदर पकड़ने का था लक्ष्य

1

साल में टेंडर समाप्त होने के बाद वापस लौट गई एजेंसी

50

हजार से अधिक हैं शहर में बंदर

हाईलाइटर

-2017 में बंदर की हरकत से सनातन धर्म इंटर कॉलेज में हाईटेंशन की तार टूटकर एक कार पर गिरा था। लग्जरी का जलकर राख हो गई थी।

-जून 2017 में सिद्धगिरी बाग एरिया में बंदरों ने कई कार को डैमेज किया था

-संकटमोचन मंदिर सहित आसपास में आएदिन बंदरों के हमले से दर्शनार्थी घायल होते हैं।

-कुछ साल पहले चेतगंज में बंदरों ने छत से बड़ा पत्थर फेंक दिया। इसकी चपेट मे आने से सब्जी विक्रेता की मौत हो गयी

Posted By: Inextlive