भूखे पेट यात्रा करा रही रेलवे
-महत्वपूर्ण स्टेशंस पर आइआरसीटीसी की नो सर्विस -ऑफिसर्स की मिलीभगत से अवैध वेंडर्स काट रहे चांदी - भोजन उपलब्ध कराने वाली सभी साइट पर क्लोज्ड शो varanasi@inext.co.in VARANASI स्टेट गवर्नमेंट एक तरफ धार्मिक महत्व के शहरों को जोड़ने की कवायद में जुटा है तो रेलवे में महज दो सौ किमी के दायरे में अयोध्या-काशी के बीच आनलाइन भोजन या नाश्ता बुक करने की सेवा नहीं है। ज्यादातर महत्वपूर्ण स्टेशनों पर आनलाइन सेवा क्लोज्ड शो करती है। इससे खाते-पीते भजन करने वालों की मंशा को रेलवे नाउम्मीद कर रहा है। ऐसे में अवैध वेंडर्स की चांदी है और तीर्थ यात्रियों की सेहत को पलीता लग रहे हैं। आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन) के तहत महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रेल यात्रियों को आनलाइन सेवाएं दी जाती है। इसमें ई-टिकट से लेकर भोजन-पानी और शिकायतें भी दर्ज कराई जाती है। सोमवार को वाराणसी से जाने वाली ट्रेनों में जब यात्रियों ने आनलाइल भोजन मंगाने की कोशिश की तो सभी आनलाइन सेवा क्लोज्ड शो बताने लगी। अब रेल यात्रियों के पास भूखे पेट सोने के अलावा और कोई चारा नहीं था। हालांकि यात्रा के दौरान अगर किसी बच्चे को दूध की आवश्यकता पड़ कई तो अधिकारियों को बिना ट्विट के कुछ भी संभव नहीं। आजकल रेलवे भी ट्विट के बाद जगने की आदत डाल लिया है। बिना पेंट्रीकार वाली ट्रेनों में यात्रा होगी कठिन काशी से अगर कोई तीर्थ यात्री रात में ट्रेन पकड़ कर रामजन्म भूमि के दर्शन करना चाहता है तो उसे ट्रेन में भोजन नहीं मिलेगा। रात्रि में आनलाइन भोजन उपलब्ध कराने वाली इंडियन रेलवे की सभी साइड क्लोज्ड है। तीर्थ यात्रियों को यात्रा के दौरान पेंट्रीकार वाली ट्रेनों में ही जाना होगा। अगर रात में भूख लग गई तो कोई सेवा नहीं मिलेगी। अवैध वेंडर्स की बल्ले-बल्ले, यात्रियों के सेहत ढीले अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध वेंडरों की चांदी कट रही है। वहीं यात्रियों की सेहत से भी खिलवाड़ हो रहा है। भोजन को लेकर रेलवे प्रशासन हमेशा अलर्ट की भूमिका में नजर आता रहा है। इन दिनों आनलाइन प्रक्रिया में घोर लापरवाही बरती जा रही है। इसका खामियाजा तीर्थ यात्रियों तक को भुगतना पड़ रहा है।