बवाल के बाद टूटी प्रशासन की नींद
- कपसेठी में कब्रिस्तान विवाद के बाद प्रशासन ने पूरा किया सीमांकन कार्य
1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ कपसेठी थाना क्षेत्र के गहरपुर गांव में कब्रिस्तान की विवादित जमीन को लेकर जिला प्रशासन की नींद एक जान जाने के बाद खुल गई है। शुक्रवार दोपहर बाद एडीएम प्रशासन व एसपीआरए की देखरेख में सीमांकन का कार्य शुरू हुआ। तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। एक पक्ष के लोग थे मौजूदएसडीएम के यहां गहरपुर गांव के कब्रिस्तान का विवाद लगभग दो वर्ष से विचाराधीन था। इस मामले को लेकर दो समुदायों के लोगों में जमीन की पैमाइश कर सीमांकन करने की बात लगातार कही जा रही थी। जिला प्रशासन के पैमाइश नहीं कराने पर बवाल बढ़ गया था। घटना की गंभीरता को समझते हुए शुक्रवार को डीएम विजय किरन आनंद ने विवादित जमीन की पैमाइश खुद करने के बाद सीमांकन शुरू करवा दिया। इस दौरान एक पक्ष का कोई भी व्यक्ति वहां नहीं मौजूद था जबकि दूसरे पक्ष के दो लोगों को रखा गया था।
एसडीएम को हटाया पैमाइश स्थल सेगहरपुर गांव में पैमाइश कर सीमांकन शुरू होते ही मौके पर पहुंचे एसपीआए आशीष तिवारी ने सबसे पहले कपसेठी एसओ को पैमाइश स्थल से हटा दिया। इसके कुछ समय बाद एसडीएम को भी वहां से हट जाने को कहा गया। एसपीआरए का ये एक्शन एसडीएम को अच्छा नही लगा और वह गुस्से में कालिकाधाम, गहरपुर मुख्य सड़क पर आकर खड़े हो गए। हालांकि बाद में एसपीआरए उनको लेकर वापस चले गए।