- रंगभरी महोत्सव आज से, इस बार टेढ़ीनीम स्थित महंत के नये आवास से होगा कार्यक्रम

- मथुरा से मंगाया गया है 151 किलो गुलाब का अबीर

VARANASI

विश्वनाथ मंदिर में इस बार रंगभरी एकादशी का पर्व पांच मार्च को मनाया जाएगा, जबकि गौना की रस्म से पहले किए जाने वाले लोकाचार का शुभारम्भ दो मार्च से टेढ़ीनीम स्थित नवीन महंत आवास से होगा। वहीं बाबा के गौना के लिए खासतौर पर 151 किलो गुलाब का अबीर से मथुरा से मंगाया गया है। ये जानकारी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ। कुलपति तिवारी ने रविवार को टेढ़ीनीम स्थित नवीन महंत आवास में दी।

शिवांजलि होगा खास

महंत डॉ। कुलपति तिवारी के अनुसार दो मार्च को गीत गौना, तीन मार्च को गौरा का तेल-हल्दी और चार को बाबा का ससुराल आगमन होगा। पांच मार्च को पद्मश्री डॉ। राजेश्वर आचार्य शिवांजलि महोत्सव का शुभारंभ करेंगे। दोपहर 12 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक काशी ही नहीं देश के जाने माने कलाकारों की ओर से भगवान शिव पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम 'शिवांजलि' का आयोजन होगा। इस वर्ष शिवांजलि में काशी के रुद्रनाद बैंड के कलाकारों द्वारा गायन, वादन और नृत्य की प्रस्तुतियां की जाएंगी। रुद्रनाद बैंड की ओर से भगवान शिव को समर्पित पांच नई कंपोजीशन की रिलीजिंग भी 'शिवांजलि' के मंच से होगी। पिछले 356 वषरें के इतिहास में यह पहला मौका है, जब बाबा की पालकी को मंदिर तक पहुंचाने के लिए पहले की तुलना में कहीं अधिक दूरी तय करनी होगी।

शंखनाद करेंगे 108 सदस्य

पहले मंदिर और महंत आवास आमने-सामने होने के कारण मात्र 25 से 30 कदम चलना होता था, लेकिन इस बार टेढ़ीनीम से साक्षी विनायक, कोतलवालपुरा, ढुंढिराज गणेश, अन्नापूर्णा मंदिर होते हुए बाबा की पालकी मुख्य द्वार से विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश करेगी। यह दूरी कम से कम साढ़े चार सौ मीटर की होगी। पालकी यात्रा में डमरूदल और शंखनाद करने वाले 108 सदस्य भी शामिल होंगे।

Posted By: Inextlive