40 मिनट तक रही अफरा-तफरी छतों पर दौड़ते रहे सुरक्षाकर्मी ड्रोन का नहीं चला पता ड्रोन कैमरा चलाने वाले की तलाश में जुटी पुलिस खुफिया विभाग को किया गया अलर्ट

वाराणसी (ब्यूरो)अति संवेदनशील श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और अन्नपूर्णा मंदिर के ऊपर शनिवार की शाम करीब साढ़े सात बजे ड्रोन कैमरा उड़ता देख सुरक्षा कर्मियों के होश उड़ गए। विश्वनाथ धाम के सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालते हुए छत पर चढ़ गए। मंदिर के कंट्रोल रूम से सूचना प्रसारित कर दी गई। सूचना पर बाहरी पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया.

कई थानों की लगी फोर्स

कई थानों की पुलिस क्षेत्र के ऊंचे मकानों पर चढ़कर ड्रोन कैमरे की तलाश करने लगी लेकिन वहां तक पहुंच न सकी। ड्रोन कैमरा कैसे, कहां से और कौन चला रहा था उसकी तलाश में पुलिस के साथ खुफिया एजेंसी जुट गई है। करीब 40 मिनट तक श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और आसपास क्षेत्रों में खलबली मची रही।

प्रतिबंधित है पूरा क्षेत्र

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र अति संवेदनशील होने के साथ प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की कई चरणों में चेङ्क्षकग होती है। सुरक्षा के ²ष्टिगत सीसीटीवी कैमरे समेत कई उपकरण लगाए गए हैं। धाम से 200 मीटर परिधि में ड्रोन कैमरा पूरी तरह प्रतिबंधित है। हालांकि, शहर में कहीं भी ड्रोन कैमरा उड़ाने से पहले जिला प्रशासन या कमिश्नरेट पुलिस से अनुमति लेनी पड़ती है। गंगा घाट समेत अन्य स्थानों पर ड्रोन कैमरा उड़ाने पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने के साथ कार्रवाई कर चुकी है.

दौड़ते रहे पुलिसकर्मी

विश्वनाथ धाम क्षेत्र में कैमरा उड़ता दिखाई पड़ते ही पास के चौक और दशाश्वमेध थाने को तत्काल पहुंचने का निर्देश दिया गया। दोनों थानों की पुलिस क्षेत्र के ऊंचे मकानों पर चढ़कर ड्रोन कैमरे की तलाश में जुट गई। वे एक मकान के दूसरे मकान के छत पर दौड़ते रहे और ड्रोन कैमरे को अपने मोबाइल में कैद करते रहे। पुलिस लोगों के घरों का दरवाजा खोलवाकर छत पर चढऩे लगी। अचानक पुलिस के पहुंचने पर लोग सहम गए।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम से सूचना मिलने के बाद चौक और दशाश्वमेध पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। ड्रोन कैमरा अन्नपूर्णा मंदिर के ऊपर दिखाई पड़ा था, लेकिन वह कहां उतर गया, मालूम नहीं चल सका। दोनों थाने की पुलिस को ड्रोन कैमरा चलाने वाले के बारे में जानकारी करने का निर्देश दिया गया है.

अवधेश पांडेय, एसीपी, दशाश्वमेध

Posted By: Inextlive