दर्शन करने को अर्ली मार्निंग उमड़ी भक्तों की क्राउड गंगाद्वार पर लंबी कतार सिटी के देवालयों शिवालयों में भी रही भक्तों की गैदरिंग जिग-जैग सिस्टम से क्राउड कंट्रोल में नहीं हुई दिक्कत

वाराणसी (ब्यूरो)न्यू ईयर का फस्र्ट डे शिवालयों, देवालयों में दर्शन-पूजन और श्रृंगार के नाम रहा। बाबा के धाम में गुहार, पुकार, मनुहार लगाने के लिए तड़के उमड़ी टूरिस्टों और भक्तों की अटूट क्राउड से बाबा धाम बम-बम हो उठा। सभी के मन से एक ही पुकार, बाबा कष्ट हरो मेरो। गंगाद्वार से लेकर बाबा दरबार तक गजब आस्था की धार बही। देर रात तक करीब छह लाख से अधिक भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगायी।

मंगला आरती के बाद दर्शन

न्यू ईयर पर काशी के पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दर्शन को भक्तों का तांता लगा रहा। भोर में बाबा की मंगला आरती के बाद दर्शन शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा। अभिषेक की धार और भजनों की बयार संग आराध्यों का दरबार खीर और लड्डूओं के भोग से सजा रहा। हाथ में माला-फूल और मन में हर-हर महादेव का जप करते धीरे-धीरे क्यू आगे बढ़ता रहा। बाबा दरबार में जिसने भी झांकी दर्शन की, उसने अपने को धन्य समझा। मंगला आरती में करीब दो हजार से अधिक लोग हुए शामिल।

देखी धाम की भव्यता

बाबा विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन करने के बाद टूरिस्टों व भक्तों ने धाम की भव्यता देखी। चारों तरफ गेट और ललिताघाट से बाबा धाम की भव्यता देख वे निहाल हो उठे। परिसर में बने भारत माता, अहिल्याबाई की प्रतिमा को निहारते रहे.

ढूंढीराज से सरस्वती फाटक

दर्शन करने को आए श्रद्धालुओं की एक क्यू ढूंढीराज तो दूसरी सरस्वती फाटक की ओर लगी रही। मंगला आरती के बाद दर्शन करने वालों की भीड़ उमड़ पडी। विश्वनाथ मंदिर मेन परिसर के अंदर से ज्ञानवापी, बांसफाटक से लेकर गोदौलिया, इधर मैदागिन तक सिर्फ लोगों की कतार ही नजर आयी। ललिताघाट से भक्तों की क्यू बाबा के गर्भगृह तक लगी रही। दोपहर होते-होते और क्राउड बढ़ती गयी।

सुबह तक डेढ़ लाख

विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की मानें तो सुबह 10:30 बजे तक करीब डेढ़ लाख से अधिक भक्त दर्शन पूजन कर चुके थे। जबकि कतार लगातार बढ़ती जा रही थी। भीड़ को देख भक्तों को झांकी दर्शन करा कर जल्दी से जल्दी मंदिर के बाहर निकाला जा रहा था। दर्शन-पूजन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।

एलर्ट थी पुलिस

दर्शन-पूजन के दौरान पुलिस अलर्ट थी। किसी भी भक्त को कोई दिक्कत न हो, इसके लगातार नजर रखे हुए थी। परिसर सेे लेकर बाहर तक सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम और कड़े कर दिए गए थे। पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गयी थी। दर्शनार्थियों की क्राउड मेंं किसी तरह की कोई घटना न हो इस पर निगरानी के लिए सादे कपड़ों में भी पुलिस के जवान तैनात रहे। इसके अलावा मंदिर के वालंटियर्स भी सेवाभाव में लगे थे। देर रात तक भक्तों की संख्या बढ़कर तीन गुनी हो गयी.

संकट मोचन में भक्तों की गैदरिंग

न्यू ईयर पर संकट मोचन मंदिर में भी भक्तों का हुजूम उमड़ा रहा। लंबी कतार में खड़े भक्त हनुमानजी के दर्शन को आतुर दिखे। रह रहकर पवनसुत हनुमान की जय-जयकार चारों तरफ गूंजती रही.

बाब भैरव नाथ की जय

नए साल पर बाबा भैरव नाथ के भी मंदिर में भक्तों की भीड़ कम नहीं दिखी। कालभैरव का दरबार भी भक्तों से अटा-पटा रहा। हर कोई बाबा की एक झलक पाने को आकुल व्याकुल रहा। इसके अलावा शहर के मंदिरों में भारी भीड़ रही। शूलटंकेश्वर, महामृत्युंजय मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर, गायत्री मंदिर, सारंग महादेव, त्रिलोचन, गौरी केदारेश्वर, तिलभांडेश्वर महोदव समेत कई मंदिरों में भक्तों का तांंता लगा रहा.

इस बार भक्तों की सेफ्टी के लिए काफी व्यवस्थाएं की गयी। भोर में मंगला आरती के बाद से ही दर्शन-पूजन का क्रम स्टार्ट हुआ। देर रात तक करीब छह लाख से अधिक भक्तों ने दर्शन-किया। चारों तरफ जिग-जैग बैरिकेडिंग करने से क्राउड कंट्रोल करने में नहीं हुई दिक्कत.

सुनील वर्मा, सीईओ, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

Posted By: Inextlive