बदलें वर्किग तभी स्मार्ट बनेगा बनारस
-दिल्ली में नीति आयोग की ओर से आयोजित वर्कशाप में नगर आयुक्त दिए गए निर्देश
वर्कशॉप में एक्सपर्ट्स ने बतायीं स्मार्ट सिटी की खूबियां VARANASI बनारस सिटी को स्मार्ट बनाने के लिए जिस तरह से काम किया जा रहा है उससे काम नहीं चलेगा। वर्किग स्टाइल बदलनी होगी। ये निर्देश नगर आयुक्त को दिल्ली में बुधवार को नीति आयोग, एनआईटीआई और सीएसटीईपी की ओर से आयोजित वर्कशाप में दी गयी। साथ ही कहा गया कि सिटी में जो डेवलपमेंट प्रोजेक्ट चल रहे है उसे तय समय पर पूरा करना होगा और उसकी क्वालिटी पर भी पूरा ध्यान रखना होगा। उसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। वर्कशॉप में रखे कई प्वाइंटवर्कशॉप में नगर आयुक्त श्रीहरि प्रताप शाही ने कई प्वाइंट रखे। इसमें सिटी को किन बुनियादी समस्याओं से जूझना पड़ता है और इन्हें दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है इस बारे में बताया गया। साथ ही कितने संसाधन हैं और कितनी जरूरत पड़ सकती है। नीति आयोग की ओर से बताया गया कि वर्कशॉप का मकसद यह है कि स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किये गये शहरों के अधिकारियों को उस सिस्टम से रूबरू कराना है जो भारत सरकार की मंशा है।
ट्रांसफॉर्मिग अर्बन इंडिया वर्कशापवर्कशाप का विषय 'ट्रांसफॉर्मिंग अर्बन इण्डिया : डेवेलप स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटीज' रखा गया था। इसमें सेलेक्ट किए गए सभी क्00 स्मार्ट सिटीज के नगर आयुक्त और उन प्रदेशों के शहरी विकास मन्त्रालय से चुनिन्दा प्रमुख सचिवों और कुछ निजी शेयर धारकों को आमंत्रित किया गया था। वर्कशॉप के एक्सपर्ट ने स्मार्ट सिटी से संबंधित सैद्धांतिक और व्यावहारिक पक्षों पर अपने एक्सपीरियंस के आधार पर बारीकी से प्रकाश डाला। नगर आयुक्त ने बताया कि यह वर्कशॉप स्मार्ट सिटी के लिहाज से बेहद अहम रही और इसमें योजना से संबंधित सभी पहलू पर बात हुई। उधर दिल्ली में ही नेशनल मिशन ऑफ क्लीन गंगा की ओर से हुई बैठक में भी नगर निगम की तरफ से चीफ इंजीनियर कैलाश सिंह ने शिरकत की। इसमें देश के उन क्ख् शहरों में गंगा की सफाई को लेकर स्ट्रैटेजी पर बात हुई।