60 दिन में 100 बुलट सवारों के फुटेज खंगाल कर ढूंढ़े चेहरे दो महीने पहले हुई थी वारदात तीनों भाग गए थे एमपी दो एक्यूज्ड बीजेपी आईटी सेल और एक बीजेपी महानगर कार्यसमिति का सदस्य


वाराणसी (ब्यूरो)आईआईटी बीएचयू की स्टूडेंट से गैैंगरेप में पुलिस ने करीब दो महीने बाद तीनों एक्यूज्ड को अरेस्ट कर लिया है। बनारस निवासी कुणाल पांडेय, सक्षम ङ्क्षसह पटेल और आनंद उर्फ अभिषेक चौहान को सेटरडे की रात पुलिस ने उनके घर से पकड़ा। वारदात में इस्तेमाल की गई बुलेट बाइक भी बरामद की गई है। वारदात की रात बुलेट पर नंबर प्लेट नहीं थी, मगर बाद में जांच को भटकाने के लिए एक्यूज्ड ने नंबर प्लेट लगा ली थी। पुलिस ने रविवार देर शाम तीनों को रिमांड मजिस्ट्रेट अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.

किस तरह हुए चेहरे बेनकाब

एक्यूज्ड तक पहुंचने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से वारदात वाली रात परिसर में आधी रात के बाद बुलेट से घूमने वाले लोगों की करीब 100 फोटो निकाली थीं। आरोपितों की बुलेट उस समय बिना नंबर थी, इसलिए पुलिस ने नंबर, बगैर नंबर वाली सभी बुलेट को जांच के घेरे में लिया। जांच को भटकाने के लिए आरोपितों ने बाद में बुलेट पर नंबर प्लेट लगा ली थी। वारदात के समय वहां सक्रिय फोन नंबरों को सर्विलांस पर लिया। इस तरह मिले छोटे-छोटे क्लू के जरिए जांच को आगे बढ़ाया.

एक नवंबर की वारदात

आईआईटी बीएचयू की छात्रा एक नवंबर रात करीब डेढ़ बजे हॉस्टल से टहलने निकली थी। रास्ते में उसे एक दोस्त मिला। दोनों कुछ दूर आगे बढ़े थे कि कर्मनबीर बाबा मंदिर के पास बुलेट सवार तीनों आरोपित कुणाल, सक्षम और आनंद ने उन्हें रोक लिया। उसके दोस्त के साथ मारपीट की और छात्रा का यौन उत्पीडऩ किया। उसे निर्वस्त्र कर वीडियो बनाया। उन्होंने करीब 15 मिनट तक छात्रा को बंधक बनाए रखा और उसका मोबाइल फोन लेकर भाग गए। घटना के बाद तत्कालीन इंस्पेक्टर पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने लाइन हाजिर कर दिया था.

फिर सामने आई गैैंगरेप की बात

पीडि़त छात्रा के साथ शुरुआत में अभद्रता और दुष्कर्म की बात सामने आई थी, लेकिन नौ नवंबर को पुलिस ने 161 का बयान लिया तो गैैंगरेप का मामला सामने आया। इसके बाद केस लंका थाने के इंस्पेक्टर अपराध से हटाकर प्रभारी निरीक्षक शिवाकांत मिश्रा को सौंप दिया गया। छात्रा ने पुलिस को बताया था कि बदमाशों ने उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ था। गन प्वाइंट पर कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाया था और धमकी दी कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। पीडि़ता के बयान के आधार पर लंका थाने की पुलिस ने मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म ( 376डी) और महिला के सम्मान का अपमान करने की धारा (509) जोड़ी थी।

दस दिन तक चला प्रोटेस्ट

घटना के खुलासे के अगले दिन आईआईटी बीएचयू के छात्रों ने आरोपितों की गिरफ्तारी और परिसर की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जो दस दिन तक चला। इस बीच पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की। बीएचयू परिसर और गेट पर लगे सीसीटीवी फुटेज से तीनों आरोपितों की पहचान हुई। घटना के समय इनके फोन नंबर भी वहां सक्रिय पाए गए थे.

लगातार ठिकाना बदलते रहे

इनके फोन नंबर को सर्विलांस पर लगाया तो उनकी लोकेशन पहले मध्य प्रदेश और फिर लखनऊ में मिली। आरोपित लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। पुलिस ने रणनीति के तहत उदासीनता दिखाई तो मामला शांत पड़ता देख तीनों अपने घर लौट आए। इसके बाद पुलिस की टीम ने शनिवार रात तीनों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। बाइक संतोष नाम के व्यक्ति की है, लेकिन कुणाल उसका इस्तेमाल करता था.

ये धाराएं लगाईं

376 डी : सामूहिक दुष्कर्म में 20 वर्ष से लेकर उम्रकैद तक की सजा.

509 : लज्जा का अनादर के गुनाह में तीन साल की सजा.

341 : जबरदस्ती रोकना या पकड़कर ले जाने में दूसरे तथ्यों के आधार पर सजा।

पर्याप्त सुबूतों के साथ तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध स्वीकार किया है। किसी आरोपित का कोई पूर्व आपराधिक रिकार्ड नहीं है.

आरएस गौतम, डीसीपी, काशी जोन

नेताओं के साथ फोटो वायरल

आरोपित कुणाल भाजपा आईटी सेल का महानगर संयोजक और सक्षम सह संयोजक है। तीसरा आरोपित आनंद भाजपा महानगर कार्यसमिति का सदस्य भी है। फेसबुक पर तीनों ने कई बड़े नेताओं के साथ अपनी फोटो लगा रखी है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

सियासत गर्माई

सपा प्रेसिडेंट अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है कि ये भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नई फसल है, जिनकी Óतथाकथित जीरो टालरेंस सरकारÓ में दिखावटी तलाश जारी थी, लेकिन पुख्ता सुबूतों और जनता की बढ़ती नाराजगी के दबाव में भाजपा सरकार को इन्हें गिरफ्तार करना ही पड़ा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि भाजपा के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ बस एक नारा है। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं पंजीयन राज्य मंत्री रवींद्र जायसवाल ने कहा कि अपराधी कोई भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आरोपितों और उन्हें संरक्षण देने वालों पर भी कठोर कार्रवाई की मांग की है.

Posted By: Inextlive