ट्रैफिक पुलिस ने दो माह में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में खोए 75 लोगों के सामान लौटाए बरामदगी में माडर्न सीसीटीवी कैमरे स्मार्ट सर्विलांस और मानिटरिंग से बेहतर रिजल्ट

वाराणसी (ब्यूरो)बनारस स्मार्ट सिटी होने के साथ ही स्मार्ट तकनीक भी एडॉप्ट कर रहा है। इस बार इसका सबसे बेहतर यूज ट्रैफिक पुलिस ने किया है। इसके तहत विभाग ने लगभग 75 लोगों को उनका खोया समान लौटाया है। इस सामान की कीमत लगभग ढाई करोड़ रुपये बताई जा रही है.

जैमी का खोया पासपोर्ट

बनारस घूमने आई स्पेन की जैमी का बैग जिसमें पासपोर्ट और रुपए थे आटो में छूट गया। उन्हें बगैर पासपोर्ट के भारत की सैर करने व वापस स्वदेश लौटने की चिंता सताने लगी। वह पुलिस के पास पहुंची, शिकायत दर्ज हुई और कैंट थाने से मामला ट्रैफिक पुलिस के कंट्रोल कमांड सेंटर को सौंपा गया। वहां से तकरीबन पांच सौ से अधिक हाई रिजूल्यूलेशन वाले सीसीटीवी कैमरों से शहर के यातायात की निगरानी करने वाली कमांड सेंटर की टीम ने संबंधित आटो को ढूंढ़ लिया। वहां से मिले निर्देश पर चौराहे पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने आटो रोका और जैमी का बैग बरामद किया। बैग मिलते ही जैमी के चेहरे पर मुस्कान खिल गई.

ढाई करोड़ के सामान लौटाए

जैमी के अलावा बिहार के आनंद का बैग, रांची के जय का बैैग, मप्र के आशीष का बैग समेत सैकड़ों के खोये सामान ट्रैफिक पुलिस ने वापस दिए। सर्विलांस, कमांड सेंटर और सीसीटीवी कैमरों की सहायता से दो माह में 75 नागरिकों के सामान वापस लौटाए गए। इन सभी के चेहरे खोया सामान मिलते ही खिल गए और पुलिस को त्वरित कार्रवाई के लिए धन्यवाद भी दिया.

2300 एडवांस कैमरे

काशी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ट्रैफिक, अस्पताल, कचरा प्रबंधन सहित 48 विंग की मॉनिटरिंग होती है। इसके लिए स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत शहर में 735 स्थानों पर 2300 एडवांस सर्विलांस सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इससे शहर की हर गतिविधि पर सिटी कमांड सेंटर से नजर रखी जाती है। कैमरों में फेस को जूम करने की क्षमता है। दिन हो या रात, इसकी जद में आने के बाद कोई बच के नहीं निकल सकेगा.

ट्रेस हुए खोए सामान

ट्रैफिक पुलिस के एडीसीपी डीके पुरी ने बताया कि अब ट्रैफिक व्यवस्था टेक्नोलॉजी बेस्ड हो गई है। टीम के सहयोग से एक जून से 30 अगस्त तक के कुल 75 केस को सुलझाते हुए पीडि़त व्यक्तियों के सामान लौटाए गए हैैं। इसमें कंट्रोल कमांड सेंटर द्वारा कुल 75 मामले सुलझाए गए। यह कार्रवाई बनारस में तकनीक आधारित पुलिसिंग का नया आयाम स्थापित कर रही है। इस ऑपरेशन में टीएसआई दुर्गेश, आरक्षी सतीश, मनीश बघेल, अनिल और शालिनी सिंह शामिल रहीं।

इन लोगों के मिले सामान

बनारस की अस्मिता, हरेंद्र, औरंगाबाद (बिहार) सूरज, चांदपुर के सनातन, झांसी के आशीष, कैमूर के आशीष, काजल, अभिषेक, विजय, बलिया के पंकज, चेन्नई के सुरेश कुमार, चंदौली के संजय मौर्य, सोनभद्र की साधना, बलिया के आदर्श, प्रतापगढ़ के अविनाश, हिमांशु, रुख्शाना लोहता, शगुन गोरखपुर, पुणे के चंदन और बिहार के कुंदन समेत कुल 75 लोगों के सामान सर्च कार्रवाई के बाद लौटाए गए.

बनारस की ट्रैफिक पुलिस अब काफी अपडेट और एक्टिव है। हम ट्रैफिक कंट्रोल करने के साथ ही अब लोगों की समस्याएं भी सुलझा रहे हैं.

डीके पुरी, एडीसीपी, ट्रैफिक

Posted By: Inextlive