दो हजार के नोट बंद होने की सूचना के बाद सराफा मार्केट में रातों-रात 50 करोड़ से अधिक का कारोबार 62 हजार की जगह 75 हजार रुपए प्रति दस ग्राम की दर से की खरीदारी बड़े नेताओं के अलावा ब्यूरोक्रेट्स ने गोल्ड मार्केट में खपाया दो हजार का नोट सोने के बिस्कुट ज्वेलरी आभूषण के अलावा गोल्ड बांड में लगाया दांव

वाराणसी (ब्यूरो)रिजर्व बैंक के दो हजार के नोट वापस लेने का निर्णय सामने आते ही वाराणसी के गोल्ड मार्केट में रौनक आ गई। जिसने भी नोट दबा के रखा था गोल्ड मार्केट पहुंचा और नोटों को सोने में तब्दील कर दिया। शहर की सराफा मंडियों में बड़े माननीय और ब्यूरोक्रेट्स के फोन देर रात तक घनघनाते रहे। सिनेरियो ये रहा कि हर दूसरा फोन गोल्ड खरीदने के लिए ही बज रहा था। जिसके पास दो हजार के नोट की गड्डियां भरी पड़ी थी वह उसे गोल्ड में खपाने की जुगाड़ में लगा रहा। गोल्ड की डिमांड को देखते हुए कारोबारियों ने भी रेट 62 हजार रुपए प्रति दस ग्राम से बढ़ाकर 75 हजार हजार रुपए प्रति दस ग्राम कर दिया। फिलहाल मार्केट के विशेषज्ञों की मानें तो देर रात तक गोल्ड में करीब 50 करोड़ से अधिक का लोगों ने इन्वेस्ट किया.

खपाने की लगाते रहे जुगत

30 सितंबर से दो हजार का नोट चलन में बंद हो जाएगा। आरबीआई की तरफ से यह फरमान जारी होते ही अफरा-तफरी मच गई। जिनके पास दो हजार रुपए के कम नोट थे, वह तो चैन से रहे, लेकिन जिनके पास नोटों के गडिड़यों की भरमार थी उनकी नींद उड़ गयी। नोट खपाने के लिए अपने-अपने हिसाब से जुगत लगाने लगे। सीए से संपर्क साधने लगे। तमाम जद्दोजहद के बाद गोल्ड मार्केट दो हजार का नोट निवेश करने का सबसे बड़ा आप्शन बना.

बिस्कुट, ज्वेलरी में इन्वेस्ट

गोल्ड मार्केट से मिले फिडबैक के अुनसार शुक्रवार की शाम तक सबसे अधिक गोल्ड के बिस्कुट और ज्वेलरी में ज्यादातर लोगों ने निवेश किया। जमकर खरीदारी की। खरीदने वालों में नेता कारोबारी कम ब्यूरोक्रेटस ज्यादा रहे। दनादन दो हजार का नोट खपाने के लिए सोने का भाव भी नहीं देखे जो रेट बताया उसी पर दांव लगाते रहे।

10 हजार बढ़ाया रेट

दो हजार का नोट चलन से बाहर हो जाएगा। इस खबर को लेकर शनिवार को भी मार्केट में ऊहापोह की स्थिति रही। सराफा मंडी में आज भी फोन की घंटियां घनघनाती रही। सवाल बस एक ही गोल्ड खरीदना है। मौके का लाभ लेने के लिए सराफा कारोबारी अपने-अपने स्तर से तैयार रहे। हर फोन पर कान लगाए बैठे रहे। जैसे ही फोन आता डील पक्की कर कारोबार को अंजाम देते रहे। दो हजार के नोट को खपाने के लिए रेट भी नहीं देखते 62 हजार की जगह 75 हजार में कई लोगों ने गोल्ड की खरीदारी की। गोल्ड में निवेश कर काफी राहत की सांस ले रहे थे कि उनका पैसा अब सेफ हो गया। अनुमान के मुताबिक शुक्रवार की रात में करीब 50 करोड़ से अधिक का लोगों ने गोल्ड, ज्वेलरी और आभूषण में निवेश किए.

गोल्ड पर मार्का अनिवार्य

1 अप्रैल 2023 से गोल्ड की बिस्कुट, ज्वेलरी या फिर कोई भी आभूषण खरीदते हैं उस पर एचयूआईडी नंबर यानि हालमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होना अनिवार्य है। अगर यह नंबर नहीं रहेगा तो गोल्ड और ज्वेलरी की खरीद और बिक्री नहीं कर सकते। इसके अलावा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड का मार्का भी होना अनिवार्य है.

आरबीआई के निर्देश के बाद मार्केट में जिनके पास बड़े पैमाने पर दो हजार के कैश पड़े हैं वे बुरी तरह से फंस चुके हैं। उनके फोन लगातार आ रहे थे। सभी का एक ही सवाल था कि रुपए को कहा निवेश करें। सभी को निवेश करने का सबसे अच्छा आप्शन मिला गोल्ड। सोने का आभूषण, गोल्ड बांड में लोगों ने जमकर निवेश किया.

कमलेश अग्रवाल, सीए

आरबीआई के निर्देश के बाद आयकर विभाग ने भी नजर रखना शुरू कर दिया है। मार्केट में वेट एंड वॉच की स्थिति को भांप रहा है। ऊपर से आदेश आने के बाद पूछताछ की जाएगी.

लियाकत अली आफाकी, एडिशनलन कमिश्नर, इन्कम टैक्स

जिनके पास कैश है, वे फंस चुके हैं। वे अब गोल्ड में ज्यादा निवेश कर रहे हैं। दो हजार का नोट चलन में बंद होने के बाद ज्यादातर लोगों का रुझान गोल्ड मार्केट की ओर हो रहा है.

जय प्राधवानी, सीए

Posted By: Inextlive