स्वजन हमलावरों का घर गिराने और एनकाउंटर में मार गिराने की कर रहे थे मांग जलालीपट्टी गांव में सुरक्षा के ²ष्टिगत पुलिस फोर्स के अलावा पीएसी तैनात को तैनात किया गया.

वाराणसी (ब्यूरो)जलालीपट्टी निवासी सोनू यादव का शव शुक्रवार देर शाम सात बजे पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा तो स्वजन तिलमिला उठे। एक राय हुए तो नाथूपुर रेलवे क्राङ्क्षसग के पास पहुंच शव को रखकर जाम लगा दिया। शव के पास छह माह का पुत्र लिए बिलख रही पत्नी, मां, बहन को पुलिस अधिकारी समझाने में जुटे थे। स्वजन हमलावरों का एनकाउंटर, उनके घर गिराने की मांग कर रहे थे। गुस्साई भीड़ के बीच स्वजन का करुण क्रंदन देख पुलिसकर्मी भी बलपूर्वक कुछ भी करने का हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। सोनू यादव की गुरुवार रात बुलेट और बाइक पर सवार चार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। डीसीपी श्याम नरायण ङ्क्षसह ने तीन हमलावरों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए 24 घंटे में सभी को पकडऩे का भरोसा दिए तो स्वजन माने और तीन घंटे बाद रात 10 बजे जाम और प्रदर्शन खत्म हुआ।

गांव में सन्नाटा, चहुंओर फोर्स

सोनू यादव के हत्याोपित भी जलालीपट्टी के निवासी हैं। इसलिए पुलिस अनहोनी की आशंकावश गांव में कई थानों की फोर्स के अलावा पीएसी जवानों को तैनात किया है। शुक्रवार को दूसरे दिन गांव में सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी काम से लोग घरों से बाहर निकले भी तो वापसी में सीधा घरों का रुख करते देखे गए। दिवंगत सोनू के परिचित जरूर पूरे दिन उसके दरवाजे पर मौजूद रहे.

सोनू ने बताया था जान का खतरा

दिवंगत सोनू यादव के स्वजन कह रहे थे कि पुलिस की अनदेखी से घटना हुई है। सोनू ने कई बार अपनी जान को खतरा होने की बात पुलिस को बता चुका था। पूर्व में थानेदार रहे विमल मिश्रा कुछ लोगों को पाबंद भी किया था.

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मीट दुकानदार को चांटा मारना हो सकती है सोनू की हत्या की वजह

सोनू यादव की गुरुवार रात तीन गोलियां मारकर की गई हत्या के पीछे मीट दुकानदार को चांटा मारना मूल वजह हो सकती है। पुलिस की जांच में मर्डर के पीछे मुख्य वजह यही सामने आई है। हालांकि, पुलिस अब भी कई एंगल पर जांच करने के साथ ही दो अज्ञात के अलावा जलालीपट्टी निवासी छविनाथ पटेल, रवि उर्फ बीरू पटेल, सुनील पटेल, अभिषेक पटेल, आनंद पटेल समेत पांच नामजद हमलावरों में तीन को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी श्याम नारायण ङ्क्षसह ने इसकी पुष्टि की, लेकिन गिरफ्तार हमलावरों के नाम नहीं बताए। सोनू यादव गुरुवार की शाम बाजार निकला तो मीट दुकान पर पहुंच गया। मीट दुकानदार से किसी बात पर विवाद हुआ तो सोनू ने उसे चांटा मार दिया और घर लौट गया। इधर मीट दुकानदार ने घर पहुंच चांटा मारने की घटना स्वजन को बताया सभी उग्र हो उठे। मीट दुकानदार का पुत्र अपने परिवार और मित्रों के साथ सोनू को खोजने निकल आया। इधर घर पहुंच चुके सोनू को गोलडङ्क्षड्रग्स पीने की इच्छा हुई तो बाहर निकला तो उसकी हत्या कर दी गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तीन गोली मारे जाने की पुष्टि हुई है। मीट दुकानदार से विवाद की बात पुलिस की जांच में ही सामने आई है, लेकिन पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है.

Posted By: Inextlive