सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक गर्मी में ऐंठन व घमौरियां बढ़ सकती हैं. पशुधन व बागवानी फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है. हल्के ढीले व हल्के रंग के सूती कपड़े ही पहनें. बाहर निकलते समय सिर जरूर ढकें.

वाराणसी (ब्यूरो)लू के थपेड़े सितम ढा रहे हैं। तीक्ष्ण धूप शरीर को झुलसा रही है। ऐसे में मौसम विभाग ने कमजोर लोगों के लिए इस गर्मी को असहनीय बताया है। एडवाइजरी जारी की है। कहा है कि शिशु व पुरानी बीमारी वाले बुजुर्ग लोगों के लिए मौजूदा गर्मी ङ्क्षचता का विषय है। लंबे समय तक सूरज के संपर्क में रहने वाले श्रमिकों व किसानों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक गर्मी में ऐंठन व घमौरियां बढ़ सकती हैं। पशुधन व बागवानी फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है। हल्के, ढीले व हल्के रंग के सूती कपड़े ही पहनें। बाहर निकलते समय सिर जरूर ढकें.

टोपी और छाता का प्रयोग करें

टोपी और छाता का प्रयोग करें। ओआरएस घोल, घर में बने पेय का ही उपयोग करें। निर्जलीकरण से बचने को पर्याप्त पानी पीने की आदत डालें। गर्भवती श्रमिकों और चिकित्सीय स्थिति वाले श्रमिकों पर ज्यादा ध्यान देना होगा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विज्ञानियों की मानें तो हीट वेव की स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी। गर्व हवा 26 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है.

अस्पताल में बढ़े पेशेंट

आइएमएस की मानें तो इस समय बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में हीट स्ट्रोक, हीट रैश या हीट ऐंठन के अलाव कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, पसीना व दौरे से जुड़े मरीज बढ़ गए हैं। जनरल मेडिसिन विभाग के प्रो। दीपक कुमार गौतम ने बताया कि बेहोश होने की स्थिति में तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। शराब, चाय, काफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें। उच्च प्रोटीन वाले भोजन व बासी भोजन न करें.

Posted By: Inextlive