चैत्र नवरात्र खत्म होते ही फर्श से मैट हटा दिया गया है अब बढ़ते तापमान के बीच श्रद्धालुओं को पत्थर के फर्श पर चलकर मां के दरबार तक पहुंचना कठिन हो रहा है। कई श्रद्धालुओं के पैरों में तो छाले तक पड़ गए। बच्चे भागते हुए छाए में पहुंच रहे हैं।

वाराणसी (ब्यूरो)मीरजापुर मां विंध्यवासिनी का धाम आस्था का केंद्र है। यहां पर देश- प्रदेश से श्रद्धालु मां के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं। चैत्र नवरात्र खत्म होते ही फर्श से मैट हटा दिया गया है अब बढ़ते तापमान के बीच श्रद्धालुओं को पत्थर के फर्श पर चलकर मां के दरबार तक पहुंचना कठिन हो रहा है। कई श्रद्धालुओं के पैरों में तो छाले तक पड़ गए। बच्चे भागते हुए छाए में पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कत बुजुर्ग महिला और पुरुष श्रद्धालुओं को हो रही है। श्रद्धालुओं की मांग है कि जिला प्रशासन की ओर से कुछ दूरी तक मैट बिछवा दिया जाए तो काफी हद तक सहूलियत होगी।

चैत्र नवरात्र मेले में तो श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर व्यवस्था कराई गई थी, लेकिन मेला बीतने के बाद जमीन पर बिछाए गए मैट व छांव के लिए किए गए व्यवस्था हटा दिए गए। इसके चलते अब श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। झारखंड प्रांत से आए कुलभूषण झा व गोरखपुर के संतोष प्रताप सिंह ने बताया कि जिस तरह से नवरात्र में व्यवस्था कराया गया था उसी तरह जमीन पर मैट बिछवा दिया जाए। जिससे धूप से पैर नहीं जलेंगे और आसानी से लोग मां का दीदार कर सकेंगे। तीर्थ पुरोहित भाष्कर भट्ट, मोहित मिश्रा, भाष्कर मिश्र व शनि दत्त पाठक आदि ने बताया कि विंध्य विकास परिषद का निर्माण किया गया है, उसके तहत मंदिर में जो दानपात्र रखा गया है। उसी दानपात्र से मिले दान से तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए धन खर्च कर मैट बिछवा जाए। जिससे चिलचिलाती धूप में मां के दरबार में आने और जाने वाले श्रद्धालुओं को राहत होगी। इस संबंध में एडीएम वित्त शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि श्रद्धालुओं की समस्या का समाधान कराया जाएगा।

Posted By: Inextlive