Varanasi : ट्रेन एक्सिडेंट पर लगाम लगाने के लिए रेलवे ने खास तरह का प्लान बनाया है. अब रेलवे ट्रैक की वीडियोग्राफी कराने की योजना है. ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे में कार्यरत अनुभवी रोलिंग स्टाफ लगातार रिटायर हो रहे हैं अनुभवी स्टाफ की कमी के चलते रेल सेफ्टी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. एक के बाद एक रेल एक्सिडेंट होने की घटना सामने आ रही है. ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि सभी बड़े रेलवे स्टेशंस पर प्लेटफॉर्म के पास रेल ट्रैक की निगरानी के लिए सीसी कैमरे लगाए जाएंगे. बनारस व लखनऊ डिवीजन में भी इसकी कवायद शुरू हो गई है.

-रेलवे का नया प्लान, बड़े स्टेशंस पर प्लेटफॉर्म के पास ट्रैक की निगरानी के लिए लगाए जाएंगे सीसी कैमरे

-ट्रेन के हर हिस्से की होगी वीडियोग्राफी, कैमरों में एक महीने का रहेगा रिकॉर्ड

 

उठ रहे थे सवाल

 

रेल एक्सिडेंट होने के बाद रोलिंग हट से ट्रेन्स की निगरानी की व्यवस्था को लेकर सवाल उठना शुरू हो जा रहा है। अनुभवी कर्मचारियों के रिटायर होने से रोलिंग का काम प्रभावित हो रहा है। इसलिए नये सिस्टम में रोलिंग एग्जामिनेशन प्वाइंट (रोलिंग हट) से रोलिंग स्टाक (कोच, वैगन और इंजन) के अंडरगियरों और रोलिंग स्टाक के नीचे के हिस्से (स्प्रिंग, व्हील, ब्रेक व अन्य) की निगरानी वीडियोग्राफी के थ्रू की जाएगी।

 

कैमरों की जद में होगा ट्रैक

 

इस सिस्टम में प्लेटफॉर्म पर ट्रैक को सीसी कैमरों से कवर किया जाएगा, जिससे वहां से गुजरने वाले रोलिंग स्टाकों के अंडरगियरों की रिकॉर्डिग व परीक्षण किया जा सकेगा। इससे किसी भी गड़बड़ी का तत्काल पता लग जाएगा। ऐसे प्रत्येक स्थान पर तीन कैमरे लगाए जाएंगे।

 

नाइट विजन कैमरे

 

निगरानी के लिए लगाए जाने वाले कैमरे नाइट विजन जैसी सभी उन्नत सुविधाओं से लैस होंगे। इन कैमरों से मिलने वाले आंकड़ों को एक महीने तक सुरक्षित रखा जा सकेगा, ताकि रेलवे ऑफिसर इनका आसानी से अवलोकन कर सकें। बता दें कि रेलवे में सुविधाओं के साथ नई तकनीक का उपयोग पहले से किया जा रहा है।

 

स्टेशन पर अब ट्रैक की निगरानी के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है ट्रेन संचालन को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए नई तकनीक को उपयोग में लाने का प्रयास किया जा रहा है।

- सतीश कुमार, डीआरएम, लखनऊ डिवीजन

Posted By: Inextlive