दून के पांचवे रेलवे ओवर ब्रिज आरओबी को केंद्र सरकार से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। धर्मपुर में सरस्वती विहार रेलवे फाटक के इस आरओबी की लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी।

- रेलवे ओवर ब्रिज को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
- धर्मपुर से हरिद्वार बाईपास रोड तक नहीं झेलना पड़ेगा जाम

देहरादून (ब्यूरो): यहां पर कई बार लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। आरओबी के निर्माण से क्षेत्र की करीब 3 लाख आबादी को राहत मिलेगी। आरओबी की लंबाई 300 मीटर और चौड़ाई फोर लेन होगी। इस पर लगभग 16 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। पीडब्ल्यूडी अस्थाई खंड ऋषिकेश ने प्रोजेक्ट का एस्टीमेट शासन को भेज दिया है, जल्द ही डीपीआर स्वीकृत कर काम शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।

एक नजर
300 मीटर लंबाई होगी आरओबी की
4 लेन होगी चौड़ाई
16 करोड़ अनुमानित खर्च
3 लाख की आबादी को सीधा लाभ

दून में इतने आरओबी
अजबपुर
मोहकमपुर
लच्छीवाला
भंडारीबाग (निर्माणाधीन)

15 मीटर चौड़ा होगा आरओबी
सरस्वती विहार रेलवे फाटक पर बनने वाला यह आरओबी करीब 300 मीटर लंबा और करीब 15 मीटर चौड़ा होगा। प्रोजेक्ट का निर्माण सीएसआर फंड से सेतु बंधन परियेाजना के तहत किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी अस्थाई खंड ऋषिकेश के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने बताया कि आरओबी का एस्टीमेट स्वीकृति को शासन को भेज दिया गया है। डीपीआर स्वीकृत होने के बाद आरओबी का डिजाइन तैयार किया जाएगा। सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इन प्रक्रियाएं अगले तीन-चार माह के अंदर पूरी होने की उम्मीद है।

एक्वायर की जाएगी लैैंड
सरस्वती विहार आरओबी के पास रोड काफी संकरी है। यहां पर फोर लेन ब्रिज संभव नहीं है। आरओबी निर्माण के लिए लैंड की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए जल्द सर्वे कर लैंड की माप की जाएगी। यदि ज्यादा लैंड की आवश्यकता पड़ती है, तो आरओबी की कॉस्ट बढ़ सकती है।

अजबपुर फाटक पर भी आरओबी की मांग
सरस्वती विहार फाटक से बाद अजबपुर फाटक पर भी कई बार लंबा जाम लगता है। यहां पर भी लोग आरओबी बनाने की मांग करते आ रहे हैं। इस रोड पर भी काफी ट्रैफिक है। सुबह स्कूल के समय और छुट््टी के समय इस रेलवे फाटक पर लंबा जा लगता है। फाटक के पास सड़क संकरी होने से यहां पर कई बार एक्सीडेंट भी हो चुके हैं।

भंडारी बाग आरओबी निर्माणाधीन
इससे पूर्व रेलवे स्टेशन के पास स्वीकृत भंडारी बाग आरओबी का निर्माण चल रहा है। यह आरओबी भी फोर लेन है। भंडारी बाग से यह आरओबी रेसकोर्स को जोड़ेगा। इससे पटेलनगर और कारगी क्षेत्र के बड़े हिस्से को लाभ पहुंचेगा। यह आरओबी 43 करोड़ से निर्मित हो रहा है। आरओबी का 60 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।

चार एलिवेटेड रोड का सर्वे का काम भी पूरा
शहर में चार अलग-अलग जगहों पर एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव को स्वीकृत किया गया है। सर्वे का पूरा होने के बाद डीपीआर बनाने का काम चल रहा है। रिस्पना नदी के ऊपर करीब 11 किमी। लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जानी है, जिस पर करीब 2300 करोड़ खर्च हो का अनुमान है। इसी तरह बिंदाल नदी पर करीब 14 किमी। एलिवेटेड का प्रस्ताव है, जिस पर 32 करोड़ के लगभग खर्च होगा। इसके अलावा हद्विार बाईपास रोड पर आरओबी से मोहकमपुर और आशारोड़ी से बिंदाल पुल तक एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव है।

सरस्वती विहार रेलवे फाटक पर प्रस्तावित आरओबी को केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दी है। दून में एलिवेटेड रोड के सर्वे का काम पूरा होने पर डीपीआर तैयार की जा रही है। इससे शहर को जाम से बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा हरिद्वार में दो और रुद्रपुर, में तीन आरओबी को भी केंद्र ने सैद्धांतिक स्वीकृति दी है।
अयाज अहमद, प्रमुख अभियंता, पीडब्ल्यूडी
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Posted By: Inextlive