DEHRADUN : स्कूल्स हर साल कैसे पढ़ाई के अलावा दूसरे तरीकों से पैरेंट्स की जेब पर कैंची चलाकर करोड़ों की कमाई करते है? कैसे बिना हींग और फिटकरी लगाए स्कूल्स भारी मुनाफा कमाते है? पैरेंट्स दबी जुबान में इस मनमानी को बर्दाश्त करने को मजबूर रहते है? आई नेक्स्ट ने इन सभी सवालों के जवाब को अपनी स्पेशल रिपोर्ट के जरिए रीडर्स तक पहुंचाया था जिसके बाद अब दबी जुबान में हर दर्द झेल रहे पैरेंट्स ने सोशल मीडिया को अपनी आवाज बनाकर स्कूल्स की इस मनमानियों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.


सोशल मीडिया को बनाया अपनी आवाज एजुकेशन के बढ़ते स्टैंडर्ड और अपने बच्चे को बेस्ट एजुकेशन देने की चाह में कई बार पैरेंट्स दबी जुबान स्कूल्स की बेवजह की मनमानी और तानाशाही रवैया बर्दाश्त करने को मजबूर हो जाते है, लेकिन आई नेक्स्ट की खास रिपोर्ट पर इन प्राब्लम्स को कभी न कभी फेस करने वाले और मौजूदा हालातों में झेल रहे पैरेंट्स ने अपनी चुप्पी तोड़कर सोशल मीडिया को अपनी आवाज बनाया है। आई नेक्स्ट ने फेसबुक पर किया था सवालस्कूल्स की मनमानी और कांट्रेक्टर्स के साथ मिलकर बिना इंवेस्टमेंट के करोड़ों रुपए के कारोबार पर बेस्ड रिपोर्ट 'सज गया करोड़ो का बाजारÓ पर पैरेंट्स ने अपनी कमेंट्स दिए है। पैरेंट्स ने आईनेक्स्ट के फेसबुक पेज पर इन स्कूल्स की मनमानी के विरोध में तीखे कमेंट्स के जरिए प्रतिक्रियाएं दी है, जिसमें स्कूल द्वारा की जा रही मनमानी का दर्द साफ जाहिर हो रहा है।


ये थे कमेंट्समनमानी करते हैं स्कूल आप भी दे सकते है अपनी राय

आई नेक्स्ट रीडर्स अपनी बात को सीधे आई नेक्स्ट तक पहुंचा सकते है। इसके लिए सिर्फ रीडर को आई नेक्स्ट के फेसबुक लिंक  facebook.com/DEHRADUNcalling पर जाना होगा। जहां आप अपने अपनी बात खुलकर कह सकते है। आपके व्यूज के आधार पर आई नेक्स्ट उन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा। रीडर्स आई नेक्स्ट के वेब पोर्टल www.inextlive.jagran.com पर भी अपने आपके मुद्दों समाज से जुड़ी खबरों पर अपनी राय दे सकते है। इसके अलावा dehradun@inext.co.in पर मेल के जरिए भी अपनी बात कह सकते हैं।

Posted By: Inextlive