-पैसेंजर पर पड़ा डबल किराए का भार

-पहाड़ के पैसेंजर्स की जेब पर पड़ा असर

देहरादून। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर 50 परसेंट सीट रिजर्व करने के सरकार के आदेश जनता पर भारी पड़ रहे हैं। उन्हें अब दोगुना किराया देना पड़ रहा है। प्राइवेट बस और मैक्सी कैब में सफर करना महंगा हो गया है। प्राइवेट बस-मैक्सी संचालकों ने किराया दोगुना कर दिया है। किराया डबल होने से सबसे ज्यादा असर पहाड़ जाने वाले पैसेंजर्स पर पड़ा है। किराए बढ़ने से कई जगह तो पैंसेजर और व्हीकल संचालकों के बीच झड़प भी हुई।

संडे को विक्रम में जाने वाले पैसेंजर से जब अधिक किराया देने को कहा तो पैसेंजर ने विरोध जताया। यहीं नहीं सिटी बस, ऑटो, ई-रिक्शा का भी किराया डबल लिया जा रहा था। इस पर पैसेंजर ने विरोध किया तो उन्होंने इसे सरकार के आदेश का हवाला दिया। ऐसे में कई पैसेंजर तो पैदल ही निकल पड़े।

पहाड़ का किराया डबल

दून में रिस्पना टैक्सी मैक्सी स्टैंड से पहाड़ के लिए रोजाना दर्जनों टैक्सी रवाना होती है। 9 प्लस 1 मोड पर यह टैक्सी पास है। 50 परसेंट पैसेंजर्स के आदेश के बाद यहां से पहाड़ जाने वाले पैंसेजर को दोगुना किराया चुकाना पड़ रहा है। कर्णप्रयाग जाने वाले कई पैंसेजर तो वापस ही लौट गए। लेकिन किराया 600 से सीधा 1200 होने पर वह अपनी जेब टटोलने लगा। जब पैसे पूरे नहीं हुए वह वापस लौट गया।

अचानक ही सिटी बस में दो व्यक्ति का किराया 40 रुपये की बजाय 80 रुपये देना पड़ा। यह पूरी तरह गलत है। अचानक यह कैसे हुआ हमें इसकी जानकारी तक नहीं थी। इससे हमारा बजट ही बिगड़ जाएगा।

रेनू, रेस्ट कैंप, पैसेंजर

मुझे मेरे भाई को उत्तरकाशी टैक्सी -मैक्सी से भेजना था। लेकिन किराया डबल होने की जानकारी मिली। जो गलत है। एक तो मंहगाई डबल ऊपर से अब ट्रांसपोर्ट का किराया भी बढ़ा देना मनमानी है।

संजना, निवासी संजय कॉलोनी

मैं हल्द्वानी से ट्रेन से लौटा, लेकिन जब यहां ऑटो चालक ने मुझसे क्लेमेंटटाउन का किराया 250 रुपये मांगा। जबकि यहां का किराया 150 रुपये है। अचानक किराया बढ़ा देना गलत है।

विजय, पैसेंजर, निवासी धर्मपुर

हमें अक्सर ऑफिस के काम से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाना होता है। आज भी देवप्रयाग जाना था। दो पैसेंजर थे। दो व्यक्ति का किराया चार गुना पड़ रहा था। ऐसे में अपनी ही गाड़ी से जाना उचित समझा।

मनमोहन जायसवाल, निवासी लक्खीबाग

पहले ही लॉकडाउन के दौरान पैसेंजर नहीं बैठ रहे थे। इसके बाद कुछ व्यवस्था दुरुस्त होने लगी तो अब फिर आधी सवारी के ऑर्डर हैं। सरकारी आदेश का पालन किया जा रहा है। लेकिन आधी सवारी में खर्च मुमकिन नहीं है। इसलिए किराया बढ़ाया गया है।

विजय वर्धन डंडरियाल, अध्यक्ष सिटी बस संचालन यूनियन

सरकार ने 50 परसेंट पर पैसेंजर को बैठाने के आदेश दिए है। जिसका पालन शुरू कर दिया है। लेकिन आधी सवारी से सामान्य किराए पर चलना मुमकिन नहीं है। इसलिए किराया दोगुना किया गया है।

राजेश कुमार, सेक्रेट्री दून गढ़वाल टैक्सी मैक्सी यूनियन

सरकार के आदेश का पालन किया जा रहा है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा रहा है। लेकिन आधी सवारी पर तेल की कीमत ही नहीं निकल पाती है। ऐसे में आधी सवारी पर पैसेंजर को ले जाना हमारे लिए मुश्किल है।

पंकज अरोड़ा, अध्यक्ष, ऑटो रिक्शा यूनियन

Posted By: Inextlive