उत्तराखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी रेरा के गठन के बाद उम्मीद जगी थी अब शायद बिल्डर्स की मनमानी रुकेगी। हालांकि रेरा ने कुछ हद तक लगाम लगाई भी लेकिन प्रशासन की सुस्ती पब्लिक पर भारी पड़ रही है। दरअसल पिछले दो साल में रेरा ने ग्राहकों से धोखाधड़ी करने वाले हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के ओनर्स पर करोड़ों रुपए की पैनल्टी लगाई। 100 से अधिक बिल्डरों को आरसी भी जारी की गई। लेकिन प्रशासन बिल्डरों से रिकवरी नहीं कर पा रहा है।

देहरादून(ब्यूरो) ग्राहकोंसे पैसा लेकर धोखाधड़ी करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए रेरा बिल्डर्स को पैसा वापस लौटाने के लगातार आदेश जारी कर रहा है। यहां तक कि पैसा न लौटाने वाले बिल्डर्स के खिलाफ आरसी तक जारी की जा रही है। 106 बिल्डर्स के खिलाफ आरसी जारी की गई है। 44 करोड़ के अगेंस्ट 15 करोड़ की वसूली हुई है। आरसी जारी होने के बाद भी पैसा न लौटाने पर लोग फिर से रेरा में केस दर्ज कराने पहुंच रहे हैं।

सख्ती बरते प्रशासन
रेरा के अध्यक्ष रबिंद्र पंवार का कहना है कि बिल्डर्स से परेशान लोग समस्या लेकर बड़ी संख्या में प्राधिकरण पहुंच रहे हैं। उनकी समस्याओं का त्वरित गति से निस्तारण भी किया जा रहा है। लेकिन इसमें प्रशासन को और तेजी से काम करने की जरूरत है। आरसी रिकवरी धीमी गति से चल रही है। इसके लिए शासन को भी अवगत कराया जा रहा है। यदि प्रशासन थोड़ा सख्ती से काम करे तो समस्याओं का जल्द निस्तारण होगा।

ग्राहकों को दिखाए सब्जबाग
सैकड़ों लोग फ्लैट्स लेने के चक्कर में बिल्डरों के जाल में फंस रहे हैं। लोगों का कहना है कि एग्रीमेंट करते हुए बिल्डर्स समय से पहले पजेशन देने की बात करते हैं, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है वैसे-वैसे नियम बदलते जाते हैं। कई लोग वर्षों से बिल्डरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें फ्लैट्स मिल रहा है और न ही एडवांस में दिए गए पैसे ही वापस मिल रहे हैं। रेरा में बिल्डर्स के खिलाफ सैकड़ों केस दर्ज हैं। 106 बिल्डरों के खिलाफ आरसी भी जारी की गई है, लेकिन बावजूद इसे लोगों को पैसा वापस नहीं मिल रहा है।

पिछले साल 12.73 करोड़ की आरसी
पिछले दो साल की ही बात करें तो 106 आरसी जारी की गईं, जिनसे ग्राहकों को करीब 44 करोड़ लौटाने के आदेश दिए गए। वर्ष पिछले साल की ही बात करें तो 7.20 करोड़ मूल रकम के अगेंस्ट 5.70 करोड़ ब्याज को मिलाकर कुल 12.73 करोड़ रुपए लौटाने के आदेश किए गए हैं।

आरसी के बाद भी नहीं लौटा रहे पैसा
बिल्डरों से पैसा वापस कराने के लिए पीडि़त रेरा में लगातार गुहार लगा रहे हैं। अब तक रेरा में बिल्डर्स के खिलाफ धोखाधड़ी के 1100 से अधिक कंप्लेन दर्ज की गई है। पिछले दो साल में बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 106 बिल्डरों के खिलाफ आरसी के आदेश दिए हैं। इस पर रेरा को 4.93 करोड़ बतौर पैनल्टी प्राप्त हुई है। 22 में 1.74 करोड़ और 23 में 97.46 लाख की पैनल्टी वसूली गई। हैरानी की बात यह है कि शिकायतें डिस्पोजल होने के बाद भी बिल्डरों द्वारा पैसा नहीं लौटाया जा रहा है, जिससे दोबारा से खरीदार रेरा में गुहार लगाने पहुंच रहे हैं।

किस हाउसिंग कंपनी पर कितनी पैनल्टी
1.20
करोड़, हेक्टेयर वेरियलिटी वैंचर्स प्रा।लि।
20.65
लाख, निशु कंस्ट्रक्शन प्रा।लि।
20.00
लाख, एमएनटी बिल्डकॉन
12.05
लाख, कल्पतरू हाउसिंग प्रा।लि।
10.65
लाख, आरए कंस्ट्रक्शन
8.67
लाख, शामिया इंटरनेशनल

इन प्रोजेक्ट्स पर भी करोड़ों की देनदारी
- पुष्पांजलि
-जीटीएम फॉरेस्ट
-शिका हाउसिंग
-द कैपिटल
-रिवर वैली
-आरबीएस डेवलपर्स
-राजपुर ग्रीन
-हेक्टेयर वेरियलिटी वैंचर्स प्रा।लि।
-एमएनटी बिल्डकॉन
-आरए कंस्ट्रक्शन
-कल्पतरु हाउसिंग प्रा।लि।

ये है प्रमुख शिकायतें
-लंबे समय से प्रॉपर्टी का पजेशन न देना
-एग्रीमेंट के हिसाब से फ्लैट का निर्माण न करवाना
-एग्रीमेंट से ज्यादा पैसे मांगना
-पैसे लेने के बाद रजिस्ट्री न करना
-एग्रीमेंट के हिसाब से सुविधाएं न देना

कई हाउसिंग प्रोजेक्ट््स पब्लिक के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में ग्राहकों को पैसा लौटाए गए हैं। कई मामलों में आरसी जारी की गई है। प्रशासन यदि रिकवरी में थोड़ा सख्ती बरते तो लोगों को समय पर पैसा मिल जाएगा।
रबिंद्र पंवार, चेयरमैन, उत्तराखंड रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी

आरसी रिकवरी में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाती है। कभी बिल्डर्स के संपत्ति ऑक्सन में देरी होने पर समय लग सकता है। रेरा की ओर से जारी आरसी की पड़ताल कर संबंधित अधिकारियों सख्त दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
सोनिका, डीएम, देहरादून

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Posted By: Inextlive