DEHRADUN: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन क

- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना को रफ्तार देने को कमेटी का गठन

- पलायन आयोग के अध्यक्ष डा। एसएस नेगी को मिली अध्यक्ष की जिम्मेदारी

- मेंबर के तौर पर हार्क संस्था के एमएस कुंवर और सीएम के आर्थिक सलाहकार आलोक भट्ट शामिल

>DEHRADUN: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की गतिविधियों के बेहतर क्रियान्वयन के उपायों को सुझाने के उद्देश्य से सीएम ऑफिस में एक प्रकोष्ठ गठन किया गया है। इस प्रकोष्ठ में अध्यक्ष के रूप में राज्य पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डा। एसएस नेगी, सदस्य के रूप में हार्क संस्था से महेन्द्र सिंह कुंवर व मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार आलोक भट्ट शाि1मल हैं।

प्रवासियों के लिए की गइर् शुरुआत

प्रदेश के अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने व उत्तराखंड लौटे प्रवासियों को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। इसमें निर्माण और सेवा क्षेत्र में अपना काम करने के लिए लोन व अनुदान की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, युवाओं व प्रदेश में लौटे प्रवासियों के लिए एमएसएमई के तहत बनाई गई है।

10 से 25 लाख्ा तक लोन

योजना में इंफ्रास्ट्रक्चर में 25 लाख व सेवा क्षेत्र में 10 लाख तक की लागत की परियोजना पर स्वरोजगार के लिए लोन लिया जा सकता है। इसमें 25 प्रतिशत तक अनुदान की व्यवस्था है। मार्जिन मनी अनुदान के रूप में समायोजित की जाएगी।

- मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत संबंधित सभी डिपार्टमेंट्स की योजनाओं को किया गया शामिल।

- स्टेट लेवल पर सभी डिपार्टमेंट्स समन्वय के लिए किया गया प्रकोष्ठ स्थापित।

- अन्य विभागों में संचालित स्वरोजगार योजनाओं को सीएम स्वरोजगार योजना के अंतर्गत लाते हुए दिया जा रहा महत्व।

- इनमें हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर, माइक्रो फूड प्रोसेसिंग, वैटरनरी, दुग्ध व्यवसाय, पोल्ट्री, जैविक कृषि आदि शामिल।

- सीएम स्वरोजगार योजना में 150 से अधिक कार्य किए गए हैं श्ामिल।

युवा बन सकेंगे रोजगार देने वाले

प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा। एसएस नेगी ने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में स्वरोजगार को आगे बढ़ाने के लिये प्रयास किये जाएंगे। जिससे युवा स्वरोजगार अपनाने के साथ ही अन्य के लिये भी रोजगार देने वाले बन सकें। तमाम डिपार्टमेंट्स के लेवल पर स्वरोजगार के जो कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं, उनसे भी कॉर्डिनेट किया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार का लाभ मिल सके।

Posted By: Inextlive