दून के 74 इलाकों से डस्टबिन हटाये गए हैैं इन जगहों पर अक्सर डस्टबिन पूरे भर जाते थे इसके बाद लोग सड़क पर कूड़ा डालकर चले जाते थे। वहीं आवारा जानवर भी सड़क पर कूड़ा फैला देते थे। इस अव्यवस्था से बचने के लिए भी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को प्रमोट किया जा रहा है। दून को डस्टबिन फ्री सिटी बनाया जा रहा है।

देहरादून(ब्यूरो) नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार दून को डस्टबिन फ्री सिटी बनाया जा रहा है। गार्बेज कलेक्शन के लिए डोर टू डोर कलेक्शन को बढ़ावा दिया जा रहा है। घर और दुकानों से कूड़ा उठाने के लिए कलेक्शन व्हीकल बढ़ाए जाएंगे। सिटी में सड़कों के किनारे रखे डस्टबिन को हटाने के लिए एक साल पहले मुहिम शुरू की गई थी। मार्च 2023 तक सिटी को डस्टबिन फ्री किया जाना था। हालांकि, मुहिम धीमी रही और इस महीने मुहिम पूरी हुई। अब तक दून के 74 इलाकों से बड़े डस्टबिन हटा दिए गए हैैं।

एमपी से लिया कॉन्सेप्ट
मध्यप्रदेश के खरागोह नगर पालिका ने डस्टबिन फ्री सिटी के कॉन्सेप्ट की शुरुआत की थी। एमपी से ही प्रेरित होकर दून नगर निगम ने भी इस कॉन्सेप्ट को लिया और दून में लागू करने के लिए प्लान तैयार किया। पिछले एक साल से नगर निगम की ओर से ये मुहिम चलाई जा रही है।

कूड़ा निस्तारण के ऑप्शन कम
एक ओर सिटी को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सिटी के मुख्य मार्ग के अलावा कई एरिया से डस्टबिन हटा दिए गए हैं। लेकिन, ऑप्शन न होने के कारण लोग डस्टबिन वाली जगह पर ही कूड़ा फेंक रहे हैं। लोगों का कहना है कि डोर टू डोर कूड़ा समय से कलेक्ट नहीं किया जाता, कुछ इलाकों में कलेक्शन व्हीकल लेट आते हैैं या रेगुलर नहीं आते। ऐसे में घरों का कूड़ा कहां डालें ये बड़ी समस्या है।

व्यापारी नहीं दे रहे कूड़ा
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार दुकान, होटल, रेस्टोरेंट्स व शॉपिंग कॉम्प्लेक्स संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि कूड़ा वाहनों में ही डालें। लेकिन, इनमें से ज्यादातर व्यापारी कूड़ा गाडिय़ों में नहीं बल्कि डस्टबिन्स में ही डाल रहे हैैं। जहां से डस्टबिन हटा दिए गए हैैं, वहां सड़क पर ही कूड़ा फेंका जा रहा है। जिससे, स्थिति और खराब हुई है। ।

इस तरह गार्बेज मैनेजमेंट
दून में गार्बेज मैनेजमेंट के लिए नगर निगम की ओर से कारगी चौक में डंपिंग जोन बनाया गया है, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्ट कर सबसे पहले यहां पहुंचाया जा रहा है। इसके बाद कूड़े को बड़ी गीडिय़ों से शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाता है।


दून को डस्टबिन फ्री सिटी बनाया जा रहा है। दरअसल, डस्टबिन साइट्स पर लोग डस्टबिन की बजाय इधर उधर कूड़ा फेंक रहे थे, कई बार डस्टबिन भर जाने पर कूड़ा खुद ही फैल रहा था। आवारा पशु भी परेशानी का कारण बन रहे हैैं। अब डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को ही प्रमोट किया जा रहा है। इसलिए डस्टबिन हटा दिए गए हैैं।
डॉ अविनाश खन्ना , मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी

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Posted By: Inextlive