दून जून में खुर्सोलीन का सुरक्षा कवच
- लगातार चिडि़याघर में जारी है सेनेटाइजेशन
- विजिटर्स की आमद में मामूली गिरावट देहरादून, भले ही बर्ड फ्लू की दस्तक दे दी हो और बर्ड्स के मृत पाए जाने का क्रम जारी हो। लेकिन दून जू प्रशासन ने फिलहाल जू को बंद न करने का फैसला लिया है। जू प्रशासन फ्लू को लेकर अलर्ट है। यही वजह है कि जू में लगातार पोल्ट्री हाईजीन सेनेटाइजर खुर्सोलीन का लगातार छिड़काव किया जा रहा है। इधर, बर्ड फ्लू के बीच जू में विजिटर्स की आमद में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई है। बंद नहीं होगा जूदून जू वाइल्ड लवर्स के लिए दून का सबसे फेवरेट डेस्टीनेशन माना जाता है। मसूरी रूट पर दूसरे राज्यों से आने वाले टूरिस्ट भी दून के जू का दीदार करने से नहीं चूकते हैं। लेकिन बर्ड फ्लू की डर के बीच चर्चाएं थी कि जू प्रशासन जू को कुछ दिनों के लिए बंद कर सकते हैं। लेकिन जू प्रशासन से इस पर स्थिति साफ की है। स्पष्ट किया है कि फिलहाल जून बंद नहीं होगा। हालांकि, फ्लू के बीच लगातार चौकसी व एहतियात बरते जा रहे हैं। जू के रेंज ऑफिसर एमएस रावत के अनुसार जू फिलहाल पर्यटकों के लिए खुला रहेगा। जू बंद रखने के लिए उन्हें कोई ओदश प्राप्त नहीं हुए हैं। जबकि दून जू में 450 वाइल्ड एनिमल्स में सबसे ज्यादा 350 बर्ड्स मौजूद हैं।
ग्रीन नेट से कवर किए गए बर्ड्स जू में बर्ड फ्लू को देखते हुए ग्रीन नेट का सहारा लिया जा रहा है। जिससे बाहर से आने वाले पक्षियों से वायरस का खतरा न पहुंच पाए। इसके लिए पोल्ट्री सेनेटाइजर खुर्सोलीन का लगातार छिड़काव किया जा रहा है। चिकन-अंडे की जगह लौंग,अदरक, लहसुन जू में बर्ड्स व वाइल्ड एनिमल्स की डाइट में कोई कमी न रहे, इसके लिए फ्लू के खतरे को देखते हुए पहले ही चिकन व अंडे पर रोक लगा दी गई है। लेकिन बदले में वाइल्ड एनिमल्स व बर्ड्स को अजवाइन, लहसुन, अदरक, लौंग, सूरजमुखी के सीड्स, गुड व चना की खुराक दी जा रही है। दो से डेढ़ हजार पहुंची संख्याकुछ स्कूलों की विंटर वैकेशंस जारी होने के बावजूद अब जू में विजिटर्स की संख्या में कमी दर्ज की गई है। जहां पहले दो हजार रोजाना विजिटर्स की संख्या हुआ करती थी, अब करीब डेढ़ हजार पर पहुंच गई है। इसकी वजह भी बड् फ्लू कारण बताई जा रही है। हालांकि जू पहुंचने वालों को एसओपी का अनुपालन सुनिश्चित करवाने के लिए जोर दिया जा रहा है।