-गांधी पार्क में चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी को दी गई श्रद्धांजलि

-गौरा देवी की स्मृति बनाया जाए पार्क और स्थापित की जाए प्रतिमा dehradun@inext.co.in

DEHRADUN : चिपको आंदोलन की जननी स्व। गौरा देवी ने उत्तराखंड में पर्यावरण को बचाने के लिए बहुत संघर्ष किया और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई लेकिन सरकार उनके इस बलिदान को भूल गई है। यह बातें पर्यावरणविद् कल्याण सिंह रावत मैती ने वेडनसडे को चिपको दिवस के मौके पर कही। इससे पहले गांधी पार्क में पिलखन के पेड़ के नीचे बैठकर पर्यावरण सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं ने गौरा देवी के चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की।

गौरा देवी को दिया जाए सम्मान

जागर गायिका बसंती बिष्ट ने कहा कि गौरा देवी ने जंगलों को बचाने के लिए काफी संघर्ष किया। लेकिन सरकार की ओर से उन्हें कोई भी सम्मान नहीं दिया गया। सरकार से मांग है कि गौरा देवी की याद में कोई पार्क बनाया जाए या फिर उनकी स्मृति में उनकी कोई प्रतिमा स्थापित की जाए। इस मौके पर प्रसिद्ध जागर गायिका बसंती बिष्ट, साहित्यकार बीणा मांणी जोशी, मंजू रावत, हेमा देवी, एमएस मेहता इको मैन, चंदन सिंह नेगी, कपिल डोभाल, बीएन शर्मा, पवन शर्मा, चतुर सिंह, शूरवीर सिंह रावत आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive