Dehradun : पिछले कई घंटों से लगातार हो रही बारिश से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. राजधानी के कई इलाकों में जहां घरों में पानी घुस गया. वहीं कई इलाकों में पुश्ता ढह जाने और दीवारें टूट जाने की खबरें हैं. जबकि देहरादून जिले की तकरीबन डेढ़ दर्जन से अधिक सड़कें बाधित हो गई हैं. इधर राज्य के दूसरे हिस्से में भी बरसाती नदियां में कई जिलों में मां-बेटे समेत चार लोग बह गए. हालांकि तीनों को बचाया गया और एक की मौत हो गई. उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ वनचौरा कस्बे में भू-धंसाव व चमोली के दशोली ब्लाक के पलेटी विलेज में 22 फैमिलीज को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. लैंड स्लाइडिंग की वजह से चारधाम यात्रा सहित कई रूट्स बाधित हैं. जबकि मंदाकिनी में बहे एसडीएम की तलाश अब तक जारी है.


राजधानी के कई इलाके हुए जलमग्न मौसम विभाग के मुताबिक ट्यूजडे को हुई बारिश के कारण राजधानी सहित पूरे प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में कोहराम मचा हुआ है। राजधानी में मंडे देर रात से हो रही बारिश के कारण पूरी राजधानी पानी व जलभराव के कारण लबालब हो गई। सड़कों पर चलने के लिए आम लोगों को खासा परेशानियां हुईं। वाहन डूब गए। प्रेमनगर के हरबंशवाला में घरों में पानी घुस गया। देहराखास बावी चौहान के अनुसार बिंदाल नदी के कारण भू-कटाव होने से मकानों में खतरा हो गया। हालांकि बाद में जिला प्रशासन अधिकारी मौके पर पहुंचे। ऐसे ही कांवली रोड पर विपिन कुमार ने डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम को सूचना दी कि कांवली रोड पर पुश्ता ढह गया। नया गांव में भी सरोज गुरुंग ने घर के पीछे दीवार टूट जाने से इलाके में खतरा पैदा होने की सूचना दी। ISBT के नजदीक पुल धंसा


आईएसबीटी के नजदीक हरिद्वार बाईपास पर कबाड़ी बाजार के नजदीक भूमि कटाव से पुल टूटने का खतरा पैदा हो गया। जिसके कारण इस रोड पर दिनभर जाम लगता रहा। इसके अलावा डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम को मिली जानकारी के अनुसार सय्या में आठ, चकराता में सात, निर्माण खंड दून में एक, प्रांतीय खंड में दो और ऋषिकेश में तीन सड़कें भारी बारिश के कारण बाधित हुई हैं. कुमाऊं में भी जारी है कहर कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले के धारचुला के तांकुल ग्राम सभा के खट्टाबगड़ और भांगटी गांवों में लैंड स्लाइड होने से दो गौशालाएं ध्वस्त हो गई। जहां एक दर्जन मवेशी मलबे में दब गए। टिहरी झील के वाटर लेबल के भी लगातार बढऩे के समाचार हैं। जिसके कारण ट्यूजडे को बांध से पूरे दिनभर 300 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। टिहरी, चमोली, देहरादून, उत्तरकाशी के कुछ इलाकों के घरों में बारिश का पानी घुसने से लोग परेशान रहे। गंगा के अलावा सभी नदियों में वाटर लेवल बढ़ रहा है, लेकिन नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं।मां-बेटे को बचाया, दूसरा बहा

लैंड स्लाइडिंग से चारधाम यात्रा रूट्स बाधित हैं। जबकि केदारनाथ जाते समय 31 जुलाई को मंदाकिनी में बह गए एसडीएम अजय अरोड़ा की तलाश अब तक जारी है। उनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। गोताखोरों की हेल्प से ट्यूजडे को भी सोनप्रयाग से फाटा के बीच सर्च अभियान जारी रहा। उत्तरकाशी में सुबह डुंडा ब्लॉक के भेटियारा गांव की रेखा नौटियाल अपने दो बच्चों के साथ स्कूल जाते वक्त गदेरे के उफान में बह गईं, रेखा व उसका बड़ा बेटा किसी तरह पानी से बाहर निकल आए, लेकिन आठ वर्षीय छोटे बेटे अमन की मौत हो गई। हालांकि बाद में उसकी डेडबॉडी निकाल ली गई।

Posted By: Inextlive