ट्रैप में फंसे लैपर्ड को किया रेस्क्यू
- विधोली स्थित यूपीईएस यूनिवर्सिटी के पास जंगल में ट्रैप में फंसा मिली लैपर्ड
- अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज, ऐसे इलाकों में जल्द शुरू करेगा विभाग स्पेशल कैंपेन देहरादून, वन विभाग की टीम ने एनिमल ट्रैप (फांस) में फंसे लैपर्ड को रेस्क्यू कर उसकी जान बचाई। घायल लैपर्ड को दून जू के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया है। डॉक्टर्स की टीम लैपर्ड की निगरानी कर रही है। लैपर्ड जू रेस्क्यू सेंटर में रहेगा या फिर जंगल में छोड़ दिया जाएगा। इस पर फैसला होना बाकी है। इधर, वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत उन आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया है। जिन्होंने लैपर्ड को मारने के लिए घने साल के जंगलों में ट्रैप लगाया था। ट्रेंकुलाइज करके किया रेस्क्यूमंडे सुबह झाझरा फॉरेस्ट रेंज की टीम को इन्फॉर्मेशन मिली कि पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के पास जंगल में एक लैपर्ड ट्रैप में फंसा है। इसके बाद झाझरा रेंज के साथ ही फॉरेस्ट हेडक्वार्टर रेस्क्यू की टीम मौके के लिए रवाना हुई। लैपर्ड यूपीईएस यूनिवर्सिटी के पास गुरुद्वारा से सटे घने साल के जंगलों में मानव निर्मित फांस में फंसा मिला। लोहे की फांस में फंसकर लैपर्ड घायल हो गया था। लैपर्ड को रेस्क्यू करने के लिए डॉक्टर्स ने उसे ट्रेंकुलाइज किया और उसे मसूरी रोड स्थित दून जू ले जाया गया। डॉक्टर्स की टीम देर रात तक उसके मेडिकल एग्जामिन में जुटी रही। लैपर्ड का बांया पैर फांस में फंसा था, जिसके कारण वह घायल हो गया। रेस्क्यू के दौरान झाझरा रेंज के आरओ विनय मोहन रतूड़ी, हेडक्वार्टर टीम से रवि जोशी, जितेंद्र बिष्ट, डॉ। राकेश नौटियाल आदि मौजूद रहे।
पेशेवरों की करतूत वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार विंटर सीजन में अक्सर वाइल्ड एनिमल्स धूप सेंकने के लिए सुबह के वक्त मूवमेंट करते हैं। लैपर्ड भी इसी के तहत मूवमेंट पर था। लेकिन अचानक वह मानव निर्मित एनिमल ट्रैप में फंस गया। विभाग को शंका है कि ये ट्रैप पेशेवर लोगों के द्वारा ही तैयार किया गया था। अब चलेगा स्पेशल कैंपेन जंगली जानवरों के लगातार हो रहे शिकार को देखते हुए अब वन विभाग ने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। ऐसे लोगों का चिन्हीकरण किया गया है। दरअसल, कुछ दिनों पहले प्रेमनगर के आउटर इलाकों में वन विभाग की टीमों ने कई बस्तियों को चिन्हित किया था। यहां तक कुछ जंगली जानवरों का मांस तक घरों से बरामद किया था। ऐसे पेशेवर लोगों के खिलाफ वन विभाग अब दबिश देकर जेल में भेजने की तैयारी कर रहा है।जैकाल भी किया रेस्क्यू
मंडे को ही प्रेमनगर इलाके से वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने एक जैकाल भी रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा। टीम को सूचना मिली थी कि ये कॉलोनी के झाड़ी में जैकाल का मूवमेंट है। जिसके बाद टीम ने जैकाल को पकड़कर जंगल में छोड़ा। इस वर्ष 4 लैपर्ड किए रेस्क्यू - मार्च में ऋषिकेश स्थित डीएसबी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल। - अक्टूबर में आईडीपीएल से भी हुए लैपर्ड रेस्क्यू। - कुछ दिन पहले एयरपोर्ट से भी किया गया रेस्क्यू। ---------- रेस्क्यू टीम ने लैपर्ड को बचाने की कोशिश की। अज्ञात के खिलाफ वन अधिनियम में केस दर्ज किया गया है। कौन ऐसे शिकारी हैं, इन्हें दबोचने के लिए स्पेशल कैंपेन चलाई जाएगी। पीके पात्रो, सीएफ, डायरेक्टर, जू।