DEHRADUN : लंबे समय से चांदमारी क्षेत्र में दस्तक दे रहे लेपर्ड ने थर्सडे को एक 13 वर्षीय बच्ची पर हमला कर मार डाला. मौत की खबर मिलने के बाद नाराज लोगों ने मौके पर पहुंचे एसडीओ को जमकर खरी खोटी सुनाने के बाद घेराव भी किया. इस क्षेत्र के निवासी काफी समय से वन विभाग को लेपर्ड के बढ़ते खतरे को लेकर सूचित करते रहे हैैं. तमाम प्रयास के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया. अब सुरक्षा की दृष्टि से गांव वाले खुद अपने पर्सनल लाइसेंसी वेपन के साथ रखवाली कर रहे हैं.


लेपर्ड ने किया बच्ची पर हमला
क्लास नाइंथ की स्टूडेंट लक्ष्मी दोपहर के समय अपने फ्रेंड्स के साथ जंगल में लकड़ी लेने गई थी। इस दौरान जंगल की तरफ से आए लेपर्ड ने उस पर हमला कर दिया। दहशत के चलते वहां मौजूद उसके अन्य साथी अपनी जान बचाने के लिए भागे। इस बीच बच्ची के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर चांदमारी के तमाम लोग घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े। वहां लक्ष्मी खून से लथपथ मिली। उसकी मौत हो चुकी थी। बच्ची के मरने की खबर मिलते ही क्षेत्रवासी गुस्से से भर गए। उन्होंने वन विभाग के खिलाफ जमकर नाराजगी व्यक्त की। दरअसल, इस एरिया में लेपर्ड के हमले काफी समय से लगातार हो रहे हैैं। पहले ये जानवरों तक सीमित थे लेकिन पहली बार किसी इंसान को निशाना बनाया है। मृतक बच्ची के पिता दलीप थापा मेहनत मजदूरी कर परिवार का पेट पालते हैं। पांच भाई बहनों में लक्ष्मी दूसरे नंबर पर थी। अब लगेगा पिंजरा


एक मौत के बाद वन विभाग भी नींद से जाग गया है। पब्लिक की भारी नाराजगी को देखते हुए तय किया गया है कि एरिया में कई स्थान पर पिंजरे लगाए जाएंगे, जिससे लेपर्ड को पकड़ा जा सके। लोगों में इस बात की खासा दहशत है कि लेपर्ड के मुंह इंसानी खून लग चुका है, जिसके बाद वह आगे भी हमले कर सकता है। एसडीओ ने बताया कि अब रात के समय फारेस्ट गाड्र्स स्थानीय निवासियों के साथ क्षेत्र में चौकसी बरतेंगे।

Posted By: Inextlive