मार्केट 'अनलॉक', इनकम 'लॉक'
-12 घंटे तक खुलने लगे बाजार, लेकिन व्यापारी अब भी मायूस
-लॉकडाउन में हुआ नुकसान, नहीं हो रही भरपाई देहरादून, लॉकडाउन खत्म होने के बाद में अब बाजार कुछ शर्तो के साथ अनलॉक होने लगा है। इससे आम ¨जदगी पटरी पर आने की उम्मीद तो जगी है, लेकिन अभी तक जो नुकसान व्यापारियों को हुआ है, उसकी भरपाई नहीं हो रही है। बाजार में भीड़ तो नजर आ रही है, लेकिन पब्लिक अभी भी खरीदारी से बच रही है। लंबे लॉकडाउन के दौरान व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन के बाद बाजार में कस्टमर्स की संख्या करीब 50 परसेंट तक गिरी है। अनाज की खपत हुई आधीकोरोना संक्रमण के दौरान बाजार खुलने और बंद करने को लेकर लॉकडाउन के साथ-साथ टाइ¨मग भी बदलती रही। आढ़त बाजार भी शुरुआत में फिक्स टाइम के लिए खुलता रहा। अब बाजार को सुबह 7 से शाम 7 बजे तक खुलने लगे हैं। इससे उम्मीद लगाई जा रही थी कि इससे बाजार फिर पुराने रंग में आने की उम्मीद थी, लेकिन फिलहाल ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। बीते कुछ समय से बाजार में राशन और अनाज की खपत 50 परसेंट तक गिरी है। आढ़त बाजार एसोसिएशन के महामंत्री विनोद गोयल ने बताया कि लॉकडाउन के शुरुआत में तो अनाज, दालें और अन्य जरूरी सामान की खपत पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन लॉकडाउन 4.0 के बाद खपत आधी तक पहुंच गई है। इससे आढ़तियों की इनकम पर भी विपरीत असर पड़ा है।
बाजार की रौनक गायब पूरे साल भर गुलजार रहने वाले पलटन बाजार में लॉकडाउन के चलते कस्टमर की रौनक कम हो गई है। इससे व्यापार 40 परसेंट तक गिर गया है। शादी, समारोह, पार्टी आदि कार्यक्रम आयोजित न होने से कपड़ा, जूता जैसे बाजार पूरी तरह से प्रभावित हुए हैं। दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव पंकज डीडान ने बताया कि पब्लिक अभी भी बाजार में खरीदारी के लिए नहीं आ रहे हैं। इससे व्यापार पर बुरा असर पड़ा है। गारमेंट्स के मुख्य बाजार भी इससे अछूते नहीं रहे। कई दुकानें बंद हो चुकी है। जबकि कई के किराए आधे हो गए हैं। जब तक शादी समारोह और टूरिज्म पुराने दौर में नहीं आएगा, तब तक बाजार के सुधरने की स्थिति नहीं दिख रही है। दून में प्रति माह अनाज, राशन की खपत, आढ़त बाजार के आधार पर आटा- 5 हजार ¨क्वटल प्रति माह चावल- 3 हजार ¨क्वटल प्रति माहचीनी- 3 हजार ¨क्वटल प्रति माह
दालें - 1500 ¨क्वटल प्रति माह तेल- 2 हजार ¨क्वटल प्रति माह (सभी ¨क्वटल प्रति माह)) ------------------------ लॉकडाउन के शुरुआत में तो अनाज, दालें और अन्य जरूरी सामान की खपत पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन लॉकडाउन-4.0 से खपत आधी तक पहुंच गई है। इससे आढ़तियों की इनकम पर भी विपरीत असर पड़ा है। विनोद गोयल, महामंत्री आढ़त बाजार एसोसिएशन -------------------- जब तक शादी समारोह, तयोहार आयोजित नहीं होंगे तब तक बाजार की स्थिति नहीं सुधर सकती है। बाजार में कस्टमर न के बराबर हैं। कई जगह दुकानें बंद भी हो गई हैं। पंकज डीडान, कपड़ा व्यापारी, महासचिव, दून वैली महानगर उद्योग व्यापार मंडल ------------------------ बॉक्स- पिक्चर साफ, बाजार हाफट्यूजडे को वीडियो कॉन्फ्रे¨सग के माध्यम से दून उद्योग व्यापार मंडल की बैठक की गई। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सभी व्यापारी सरकार के बाजार खोलने से संबंधित निर्णय के अनुसार प्रात: 7 बजे से सायं 7 बजे तक दुकानें खोलने का समर्थन करते हैं और हमेशा सरकार के साथ कंधे से कंधे मिलाकर खड़े रहने के लिए तत्पर हैं। बैठक में लगभग 200 व्यापारियों ने प्रतिभाग किया, और आने वाले समय में कोरोना से किस तरह से अपना, अपने परिवार का, अपने ग्राहक एवं अपने कर्मचारियों का बचाव करना है इस पर भी विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में दून उद्योग व्यापार मंडल के संरक्षक अनिल गोयल ने कहा की कोरोना काल में व्यापारियों ने सरकार का हर मोर्चे पर सरकार का साथ दिया। इसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुकानदार का निजी फैसला है कि वह कितने समय अपनी दुकान खोलना चाहता है।