एमडीडीए तैयार करेगा जीआईएस बेस्ड मास्टन
- हाईटेक होगी एमडीडीए की वर्किग
- जीआईएस बेस्ड मैपिंग सिस्टम होगा लागू देहरादून, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण अब जीआईएस बेस मैपिंग सिस्टम और मास्टर प्लान के तहत काम करेगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दून और मसूरी को मिलाकर एमडीडीए का दायरा 55323.96 हेक्टेयर है। जीआईएस बेस मास्टर प्लान में होंगे ये कार्य - जीआईएस बेस्ड मैपिंग सिस्टम। - लैंड यूज मैप तैयार करना। - डिजिटल क्षेत्रीय योजना। - समग्र साजरा मानचित्र मोजेक। - एमडीडीए एरिया का ऑनलाइन जियो पोर्टल और वेबसाइट होगी तैयार। एमडीडीए का एरिया देहरादून--37432.96 हेक्टेयर। मसूरी---17891.00 हेक्टेयर। कुल--55323.96 हेक्टेयर। डिजिटल मास्टर प्लान के कंपोनेंट - लाइन डिपार्टमेंट्स से डेटा कलेक्शन के लिए मोबाइल ऐप का प्रयोग किया जाएगा।- क्वेरीज के लिए वेब पोर्टल तैयार होगा। इसे डेटा कलेक्शन के लिए मोबाइल ऐप से जोड़ा जाएगा। इसमें विभिन्न योजनाओं को ट्रैक करने के लिए डैश बोर्ड भी शामिल होगा।
- एमडीडीए एरिया से संबंधित साजरा मैप्स का स्रंग्रह और स्कैनिंग की जाएगी। क्लाउड फ्री डाटा होगा प्राप्तजीआईएस बेस्ड मास्टर प्लान के लिए 50 सेमी या बेहतर रिजॉल्यूशन पर सैटेलाइट डाटा खरीदा जाएगा। डेटा का लाइसेंस एमडीडीए के नाम पर होगा। इसके चलते निर्धारित समय में एमडीडीए क्लाउड फ्री डाटा प्राप्त कर सकेगा।
टेंडर किए गए कॉल
बताया गया है कि सैटेलाइट डेटा के सुधार के लिए डीजीपीएस सर्वे किया जाएगा। डाटा स्टडी के आधार पर मौजूदा भूमि उपयोग, आधार मानचित्र, साजरा मानचित्र, मास्टर प्लान आदि में सुधार किया जा सकेगा। आखिरी संशोधित सैटेलाइट डाटा को एमडीडीए द्वारा गठित कमेटी से ही अनुमोदित किया जाएगा। एमडीडीए ने पूरी प्रक्रिया के लिए टेंडर कॉल किए हैं।