- 2008 में नगर निगम ने बनाई थी शीशमबाड़ा प्रोजेक्ट की योजना

- शहर के कूड़े के निस्तारण के लिए बनाया जा रहा है प्रोजेक्ट

- निगम की लापरवाह कार्यशैली के चलते आज नहीं हो पाया निर्माण पूरा

DEHRADUN: स्वच्छ शहर का सपना साकार करने के लिए नगर निगम ने यों तो कई महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रस्तावित कीं। योजनाओं को हरी झंडी भी मिली, लेकिन निगम की कोई भी योजना कायदे से परवान नहीं चढ़ पाई। नतीजा यह रहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में दून पिछड़कर आखिरी पायदानों पर नजर आया। ऐसी ही योजनाओं में निगम की सबसे बड़ी योजना शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल प्लांट है, जिसके निर्माण की कवायद पिछले 9 सालों से चल रही है और ये प्लांट कब पूरा होगा यह अभी भी कहना मुश्किल है।

सहस्त्रधारा रोड पर डंप हो रहा कूड़ा

नगर निगम द्वारा शहर से रोजाना करीब फ्भ्0 मीट्रिक टन कूड़ा उठाया जाता है और इसे सहस्त्रधारा रोड पर बनाए गए डंपिंग जोन में डंप कर दिया जाता है। सहस्त्रधारा रोड से रोजाना हजारों पर्यटक गुजरते हैं और यहां डंपिंग जोन से उठती दुर्गध से उन्हें दो-चार होना पड़ता है। सिर्फ इतना ही नहीं कूड़े के ढेर देख पर्यटकों में भी शहर की छवि को लेकर गलत मैसेज जाता है। डंपिंग जोन के आस-पास रहने वाले बाशिंदे भी गंदगी से परेशान हैं और कई बार अपनी शिकायत नगर निगम और शासन तक पहुंचा चुके हैं।

बस दावे कर रहा निगम

निगम द्वारा स्थानीय लोगों से कई बार वादा किया गया है कि डंपिंग जोन का कूड़ा उठाकर शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट डिस्पोजल प्लांट में निस्तारित कर दिया जाएगा। लेकिन, यह दिन कब आएगा यह कहना मुश्किल है। शीशमबाड़ा प्लांट क्00 बीघा जमीन पर बनाया जा रहा है, ख्008 में प्लांट को प्रस्तावित किया गया था। आज 9 साल बीत चुके हैं और योजना आज भी अधूरी है। अब निगम ने फिर दावा किया है कि फ्क् जुलाई तक हर हाल में डंपिंग जोन का कूड़ा शीशमबाड़ा में निस्तारित कर दिया जाएगा, देखना होगा एक बार फिर अपने दावे पर निगम कितना खरा उतरता है।

कूड़े से बनाएंगे खाद

नगर निगम का कहना है कि शीशमबाड़ा प्रोजेक्ट के लिए फ्म् करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। प्लांट में अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए कूड़े के निस्तारण की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि कूड़े को निस्तारित कर उससे खाद बनाई जाएगी जो किसानों के काम आएगी।

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स्वच्छता सर्वेक्षण में हमारे पिछड़ने का कारण शीशमबाड़ा ट्रंचिंग ग्राउंड का समय न बन पाना भी रहा। अब निगम युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य में जुटा हुआ है। फ्क् जुलाई तक प्लांट पूरा कर लिया जाएगा। उम्मीद है अगली बार हम स्वच्छता सर्वेक्षण में खरे उतरेंगे।

- विनोद चमोली, मेयर, नगर निगम।

Posted By: Inextlive