रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक चला अंधड़ और बारिश का दौर जानलेवा भी साबित हुआ। हरिद्वार जिले के लक्सर में बाइक सवार युवक पर पेड़ गिर गया जबकि नारसन में एक युवक अंधड़ में उड़ी टिन शेड की चपेट में आ गया। दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। साढ़े चार घंटे तक अंधड़ चलने और तेज बारिश होने से कृषि व बागवानी को भी व्यापक नुकसान हुआ है। इसका असर हवाई सेवा पर भी पड़ा। दिल्ली से देहरादून एयरपोर्ट आने वाली चार फ्लाइट रद कर दी गईं जबकि विभिन्न स्थानों से सात फ्लाइट देरी से पहुंचीं। रविवार को रात करीब साढ़े 12 बजे मैदानी इलाकों में 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अंधड़ चलना शुरू हुआ जो सोमवार सुबह पांच बजे तक जारी रहा। इस दौरान तेज बारिश भी होती रही। वहीं चार धाम और हेमकुंड साहिब में चोटियों पर बर्फबारी हुई है। उत्तरकाशी जिले के निचले इलाकों में जोरदार बारिश हुई है। प्रदेश में सबसे अधिक 52।2 मिमी बारिश पिथौरागढ़ के बैरीनाग में दर्ज की गई। मसूरी में 42।1 मिमी व चमोली जिले के गैरसैंण में 33।8 मिमी बारिश हुई है।


देहरादून (ब्यूरो)। मौसम में अचानक आए इस बदलाव से खासकर मैदानी इलाकों में दुश्वारियां झेलनी पड़ीं। हरिद्वार जिले के लक्सर में बीजोपुर गांव में तड़के करीब चार बजे अंधड़ और बारिश के कारण एक पेड़ गिर गया। उसी समय बीजोपुर गांव निवासी सुमित (25 वर्ष) बाइक पर वहां से गुजर रहा था, जो पेड़ की चपेट में आ गया। इसके बाद करीब साढ़े चार बजे नारसन के ब्रह्मपुर जटगांव में सुदेश (38 वर्ष) पर टिन शेड गिर पड़ा। लहूलुहान सुदेश ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। अंधड़ और बारिश से आए फाल्ट के कारण प्रदेशभर में करीब 500 गांवों में आठ से 12 घंटे तक बिजली गुल रही। रुड़की के सबसे ज्यादा 213 गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित हुई। 105 गांवों में पेयजल लाइन के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। वहीं, दो हजार हेक्टेयर क्षेत्र में आम, लीची व अन्य फलों की बागवानी को नुकसान पहुंचा है। कई जगह सब्जियों की पौध और बेल खेत में ही बिछ गई। उधर, रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ हाईवे पर गंगतल महादेव मंदिर के पास स्थित वर्षों पुराना वट वृक्ष जड़ से उखड़ गया। इससे मंदिर के पुजारी समेत चार परिवारों की रसोई व शौचालय ध्वस्त हो गए।

चार घंटे बाधित रही हेलीकाप्टर सेवा
बारिश के कारण सोमवार को सुबह चार घंटे तक केदारनाथ धाम के लिए हेलीकाप्टर सेवा बाधित रही। प्रशासन ने केदारनाथ धाम समेत सोनप्रयाग, छोटी, लिनचोली, बड़ी लिनचोली, रुद्रा प्वाइंट, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड, सीतापुर में सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को रोक दिया। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में ओलावृष्टि और बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। कुमाऊं मंडल में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं, मैदानी क्षेत्रों में 90 किमी प्रति घंटा की गति से अंधड़ चल सकता है।

Posted By: Inextlive