दून हॉस्पिटल में तैनात उपनल कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हॉस्पिटल व्यवस्था पर हड़ताल का असर पड़ा है। ओपीडी के लिए मैन्युअली रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैैं जिसके कारण ज्यादा वक्त लग रहा है और पेशेंट्स की कतारें रजिस्ट्रेशन विंडो पर देखी जा रही है।

देहरादून (ब्यूरो) सामान्य तौर पर दून हॉस्पिटल में रोजाना एवरेज 2500 पेशेंट्स की जांच होती है। हड़ताल के चलते ये आंकड़ा गिरा है, शनिवार को 1790 पेशेंट्स की ही जांच हो पाई। इसके अलावा 400 से ज्यादा पुराने पेशेंट्स को भी डॉक्टर्स ने अटैैंड किया। इमरजेंसी में 87 पेशेंट्स एडमिट हुए।

बिलिंग काउंटर पर राहत
शनिवार को स्टाफ अरेंज हो जाने के कारण बिलिंग काउंटर पर काम शुरू हो गया, जिस कारण पेशेंट्स की बिलिंग आसानी से होने लगी है। हॉस्पिटल एड्मिनिस्ट्रेशन का दावा है कि पेशेंट्स की जांच समय से हो सके और बिलिंग आसानी से हो, इसके लिए स्टाफ मैनेज किया जा रहा है, जल्द ही व्यवस्था में सुधार दिखेगा।

प्रिंसिपल ने किया इंस्पेक्शन
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के प्रिंसिपल ने इमरजेंसी वार्ड, डॉक्टर्स के केबिंस, बिलिंग काउंटर, रजिस्ट्रेशन काउंटर का शनिवार को इंस्पेक्शन किया। इसके बाद इमरजेंसी में एडमिट पेशेंट्स का हाल जाना। वे खुद सर्जरी वार्ड में बैठे और हर पेशेंट्स के ट्रीटमेंट की जानकारी ली। उन्होंने सभी सीनियर डॉक्टर्स को खुद वार्ड में रहकर पेशेंट्स के ट्रीटमेंट के निर्देश दिए।

वार्ड स्टाफ न होने से दिक्कत
दून हॉस्पिटल के वार्ड में स्टाफ न होने के कारण पेशेंट्स को दिक्कत उठानी पड़ रही है। यहां सर्जरी के लिए पेशेंट को ले जाने वाले स्टाफ न होने के कारण परिजनों की फजीहत हुई।

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Posted By: Inextlive