- 16 जनवरी से पहले चरण में 21 हजार से ज्यादा हेल्थ वर्कर्स को लगेगी वैक्सीन

- हर बूथ पर एक दिन में 100 लोगों को लगाई जाएगी वैक्सीन

- वैक्सीनेशन से पहले बूथ पर पहुंचेगी नामों की लिस्ट

- लिस्ट में नाम होने और आईडी प्रूफ दिखाने पर होगा वैक्सीनेशन

देहरादून

दून में 16 जनवरी से शुरू हो रहे कोविड-19 वैक्सीनेशन के फ‌र्स्ट फेज में 21 हजार से ज्यादा हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जाएगा। सेकंड फेज में 4 हजार से ज्यादा पुलिस और पीआरडी कर्मचारियों को टीके लगाये जाएंगे, जबकि थर्ड फेज में 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन होगा। वैक्सीनेशन पोलिंग प्रॉसेस की तर्ज पर होगा। पोलिंग की तरह से वैक्सीनेशन स्टेशन और वैक्सीनेशन बूथ बनाये जाएंगे। हर बूथ पर केवल उन्हीं लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जिनका नाम सूची में होगा। लिस्ट में नाम होने की पुष्टि होने के बाद आईडी प्रूफ दिखाया जाएगा। इसके बाद संबंधित व्यक्ति का नाम ऐप पर फीड होगा। नाम फीड होते ही ओपीडी नंबर आयेगा। इसके बाद ही संबंधित व्यक्ति का टीका लगाया जाएगा। पूरी प्रक्रिया उसी समय ऐप पर डाउनलोड कर दी जाएगी। डीएम डॉ। आशीष कुमार श्रीवास्तव में अपने ऑफिस में बुलाई गई प्रेस कान्फ्रेंस ने वैक्सीनेशन प्रोग्राम की जानकारी दी।

पहले फेज में हेल्थ वर्कर

डीएम ने कहा कि हर सिटीजन को वैक्सीन दी जाएगी। लेकिन, इस पर पहला हक हेल्थ वर्कर्स का ही है., जिन्होंने सबसे पहले आगे आकर स्थिति को संभाला। उन्होंने कहा कि 16 जनवरी को शुरू हो रहे फ‌र्स्ट फेज में 21546 हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जाएगा।

फ‌र्स्ट फेज

सरकारी कर्मचारी 7352

प्राइवेट कर्मचारी 14149

कुल 21546

सेकंड फेज में फ्रंट लाइन वर्कर

सेंकंड फेज में फ्रंट लाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जाएगा। इनमें 2846 पुलिस कर्मी और 1837 पीआरडी के जवान शामिल हैं। इस फेज में उन कर्मचारियों को भी शामिल या जाएगा, जो सीधे लोगों के टच में रहते हैं। इनमें होमगार्ड के जवान, नगर निगमों और नगर पालिकाओं के फील्ड कर्मचारी, रेवेन्यू विभाग के कर्मचारी और फील्ड में रहने वाले कलेक्ट्रेट और तहसील कर्मचारी शामिल हैं। इस कैटेगिरी में कुल 8747 कर्मचारियों को चिन्हित किया गया है। अभी यह तय नहीं है कि सेकंड फेज कब शुरू होगा। फिलहाल इन सभी कर्मचारियों का 25 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन किया जाना है।

थर्ड फेज में 50 वर्ष से ज्यादा के लोग

डीएम ने बताया कि थर्ड फेज में 50 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले सभी लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। ऐसे लोगों की पहचान मुख्य रूप से वोटर लिस्ट के आधार पर की जाएगी। वोटर लिस्ट के अनुसार 1 जनवरी 2021 को 50 वर्ष की ऐज पूरी करने वाले सभी लोगों को थर्ड फेज की लिस्ट में शामिल किया जाएगा। जिन लोगों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, उनके लिए एक ऐप लॉन्च किया जाएगा। वे ऐप पर अपने बारे में जानकारी देकर वैक्सीनेशन का हिस्सा बन सकेंगे।

30 मिनट ऑब्जर्वेशन

वैक्सीनेशन के बाद हर व्यक्ति को 30 मिनट आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। हर वैक्सीनेशन बूथ पर तीन रूम होंगे। पहला वेटिंग रूम होगा, जहां आइडेंटिफिकेशन की प्रॉसेज होगी। दूसरे रूम में वैक्सीनेशन किया जाएगा और तीसरे रूम में वैक्सीनेशन के बाद संबंधित व्यक्ति को 30 मिनट के आब्जर्वेशन में रखा जाएगा। यदि इंजेक्शन के बाद किसी को कोई दिक्कत होती है तो इसके लिए 1049 हेल्थ केयर फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं। 313 हेल्थ केयर सेंटर सरकारी और 726 प्राइवेट हॉस्पिटल्स में होंगे।

कौन सी वैक्सीन, तय नहीं

डीएम डॉ। आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि दून में किस कंपनी का टीका भेजा जाएगा, यह अभी तय नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में उपलब्ध दोनों वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित पाई गई हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को नीडल फोबिया जैसी समस्याएं होती हैं। लेकिन, वह किसी भी टीके से हो सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए हेल्थ केयर फैसिलिटी सेंटर बनाये गये हैं।

हर दिन 7500 लोगों का वैक्सीनेशन

देहरादून जिले में 51 वैक्सीनेशन स्टेशन में 75 वैक्सीनेशन बूथ बनाये जाएंगे। दून हॉस्पिटल, महंत इंदरेश और हिमालयन हॉस्पिटल में ज्यादा बूथ होंगे, जबकि छोटे हॉस्पिटल्स में कम बूथ होंगे। हर बूथ पर एक दिन में 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। वैक्सीनेशन के एक दिन पहले कर्मचारी संबंधित बूथ पर 100 लोगों की नाम वाली लिस्ट चस्पा कर देंगे। लिस्ट में शामिल लोगों को ही टीका लगेगा। किन्हीं कारणों वैक्सीनेशन से छूट गये लोगों के लिए बाद में मॉपअप राउंड होगा। फ‌र्स्ट फेज का वैक्सीनेशन 5 से 7 दिन चलेगा।

ग्रीन कोरिडोर नहीं

डीएम ने कहा कि वैक्सीन 16 जनवरी से पहले दून पहुंच जाएगी। इसके लिए ग्रीन कोरिडोर की जरूरत नहीं है। वैक्सीन के लिए 2 डिग्री से 8 डिग्री सेंटीग्रेट टेंपरेचर मेंटेन किया जाना है। जिन वाहनों में वैक्सीन लाई जाएगी, उनमें पहले से कोल्ड चेन मेंटेन होगी ऐसी में ग्रीन कोरिडोर की जरूरत नहीं होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो जीरो ट्रैफिक जोन बनाया जा सकता है।

4074 लीटर कोल्ड चेन की व्यवस्था

डीएम ने कहा कि दून में फ‌र्स्ट फेज में करीब 1000 लीटर कोल्ड चेन की जरूरत है, लेकिन हमने 4076 लीटर कोल्ड चेन की व्यवस्था ही गई है। इसके अलावा राजीव गांधी स्टेडियम में 2000 लीटर एक्स्ट्रा कोल्ड चेन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि दून स्टेट कैपिटल होने के कारण हमें अन्य राज्यों की जरूरत भी पूरी करनी पड़ सकती है। इसलिए अतिरिक्त व्यवस्था ही जा रही है।

Posted By: Inextlive