DEHRADUN: इंटरनेशनल योगा डे के अवसर पर सीएम तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास किया। कहा, योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परंपरा की पहचान है। यह पूरी मनुष्य जाति को ऋषि-मुनियों की देन है। पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों से इंटरनेशनल योगा डे की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि योग शरीर, मन और आत्मा को जोड़ने वाला विज्ञान है। शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूती प्रदान करता है। योगाभ्यास से हम इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं।

वृक्ष वाटिका में 'वृक्ष नमन'

विशिष्ट अतिथि आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डा। हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड का योग से काफी पुराना संबंध है। उत्तराखंड की भूमि से निकलकर योग देश और दुनिया तक फैल चुका है। राज्यवासी सौभाग्यशाली हैं कि योग भूमि के साथ ही वह शुद्ध पर्यावरण के बीच रह रहे हैं। उत्तराखंड की धरती से ही योग का उदय हुआ और चरक जिन्होंने चरक संहिता का ज्ञान दिया, उनकी तपस्थली कोटद्वार स्थित चरक डांडा में आयुर्वेद शोध संस्थान का निर्माण किया जा रहा है। जिसके लिए लगभग 52 एकड़ भूमि का आवंटन किया जा चुका है। इस दौरान यूनिवर्सिटी में वृक्ष वाटिका में 'वृक्ष नमन' कार्यक्रम हुआ। जिसमें सीएम व आयुष मंत्री ने कैंपस में प्लांटेशन किया। योग सत्र का संचालन एवं प्रदर्शन डा। मन्नत मारवाह, दिलराज प्रीत कौर व नेहा नंदा ने किया। इस मौके पर डायरेक्टर आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं डा। एमपी सिंह, डा। नवीन चंद्र जोशी, डा वर्षा सक्सेना, आयुष सचिव चंद्रेश यादव, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो। सुनील कुमार, डीएम डा। आशीष कुमार श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive