- बडे़थी में गंगोत्री हाईवे चार घंटे रहा अवरुद्ध, चारधाम और हेमकुंड यात्रा जारी

- मौसम विभाग ने अगले चार दिन भारी बारिश का अलर्ट किया जारी

DEHRADUN: प्रदेश के कई इलाकों में थर्सडे को भारी बारिश हुई। रुद्रप्रयाग जिले के सारी चमसील ग्रामसभा के अतिवृष्टि से मलबा और पानी आबादी के निकट खेतों में घुस गया। मलबे से कृषि भूमि को नुकसान हुआ है। देहरादून समेत कुछ जिलों में पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होती रही। भूस्खलन की वजह से बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे चार घंटे अवरुद्ध रहा। चारों धाम और हेमकुंड की यात्रा जारी रही। राज्य मौसम केंद्र ने 6 से 8 जुलाई तक दून समेत आठ जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। फ्राइडे को भी सात जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

डराने लगा मौसम का मिजाज

मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार थर्सडे को प्रदेश के प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई। अभी उत्तराखंड में मानसून पूरी तरह सक्रिय नहीं हुआ है लेकिन, मौसम का मिजाज अभी से लोगों को डराने लगा है। रुद्रप्रयाग जिले के चमसील गांव में थर्सडे सुबह लगभग साढे छह बजे तेज बारिश के बाद सारी चमसील गांव के पास मंडोरा बरसाती नाले में उफान के साथ काफी मात्रा में मलबा आ गया। इससे सणगू सारी मोटर मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया। नाले का 60 मीटर पुश्ता क्षतिग्रस्त हो गया। मलबे से कुछ किसानों की कृषि उपज भी नष्ट हो गई। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि फिलहाल कोई और हानि की सूचना नहीं है। ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे पर नरेंद्रनगर बाइपास के समीप मलबा आने से करीब एक घंटे तक बाधित रहा। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। चार घंटे तक गंगोत्री हाईवे चुंगी बडेथी के पास बंद रहा, लेकिन मनेरा बाईपास पर यातायात सुचारु होने के कारण लोगों को परेशानी नहीं उठानी पड़ी। इसके अलावा गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में भी दिनभर हल्की बारिश होती रही। उधर, कुमाऊं मंडल के पर्वतीय इलाकों में सुबह झमाझम बारिश हुई। नैनीताल में बारिश के बाद धुंध छाई रही। बागेश्वर में बारिश से गरुड़-कौसानी मार्ग पर मलबा आने से यातायात करीब दो घंटे ठप रहा।

Posted By: Inextlive