अब पश्‍चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर निशाना साधने के लिए नया मुद्दा ढूंढ निकाला है। ये मुद्दा है केंद्र की ओर से जारी किया गया 2000 रुपये का नया नोट। उनके मुताबिक इस नए नोट में कुछ ऐसी चीज मिसिंग है जिसके बिना इसकी पहचान पूरी तरह से अधूरी जान पड़ती है। क्‍या आप बता सकते हैं कि क्‍या चीज गायब है इन नए नोट में जो पुराने हर नोट में है। आइए जानें...।


ये चीजें हैं मिसिंग सबसे पहली और बड़ी मिसिंग चीज है कि 2000 रुपये के नए नोट पर रॉयल बंगाल टाइगर नहीं है। कोलकाता में लोगों को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि गुलाबी रंग वाले 2000 रुपये के नए नोट में एक तरफ महात्मा गांधी की फोटो छपी है। वहीं दूसरी ओर नोट पर मोर है, हाथी भी है, लेकिन देश्ा का राष्ट्रीय पशु ही नहीं है। इसी मुद्दे को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ये सरकार सारे वही काम कर रही है, जो उनको खुद को पसंद है। फिर चाहे वो संविधान से मिलती-जुलती हो या नहीं।   भाजपा पर ऐसे साधा निशाना


उन्होंने ये भी कहा कि ये बात सही है कि भाजपा सरकार हाथी को राष्ट्र की विरासत मानती है। वहीं ये भी एक बड़ा सवाल है कि क्या रॉयल बंगाल टाइगर अपने देश की विरासत का प्रतीक नहीं है। इसके आगे ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार ने ब्रिक्स के चिह्न को भी अपनी पार्टी के कमल में बदल दिया है। बता दें कि 2000 के नए नोट पर मंगलयान और उसके नीचे मोर, हाथी और कमल बना हुआ है। बहुत कुछ है गायब

ऐसे में उन्होंने सवाल सठाया है कि इन सबके बीच में रॉयल टाइगर क्यों नहीं है। गौरतलब है कि पुराने नोटों में बाघ, हाथी और गेंडे की तस्वीर शामिल है। वहीं 2000 के नए नोट में पुराने जैसा बहुत कुछ गायब है। केंद्र सरकार क्या नोट पर रॉयल टाइगर को देना भूल गई या फिर इसके पीछे भी उनका कोई अपना रहस्य छिपा है।   Interesting Newsinextlive fromInteresting News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma