- गोरखपुर में रैकेट के सदस्य, हाइवे बना मददगार

- कैरियर गिरफ्तार, रैकेट के सरगना नहीं आए हाथ

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

बिहार में शराब पर रोक लगने के बाद गोरखपुर के रास्ते तस्करी बढ़ गई। हरियाणा और पंजाब में बनी करोड़ों रुपए की शराब विभिन्न वाहनों के जरिए बिहार बार्डर पार कराई जा रही हैं। तीन साल के भीतर गोरखपुर जिले की अलग-अलग थानों क्षेत्रों की पुलिस बड़े पैमाने पर बरामदगी कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों की सख्ती पर हाइवे के थानों की पुलिस की सक्रिय होती है। सीनियन आफिसर्स का कहना है कि अवैध कारोबार के खिलाफ कार्रवाई जारी है।

हाइवे के रास्ते होती शराब की तस्करी

गोरखपुर मंडल के देवरिया और कुशीनगर जिलों की सीमा बिहार से लगती है। इसलिए तस्करों के लिए गोरखपुर शहर मुफीद साबित हो रहा। शहर के आसपास से गुजरने वाले हाइवे और अन्य रास्तों का इस्तेमाल कर तस्कर आसानी से शराब की खेप बार्डर पर पहुंचा देते हैं। कोडवर्ड और गाडि़यां बदलकर शराब की खेप आसानी से बिहार पहुंचा देते हैं। पुलिस से जुडे़ लोगों का कहना है कि यूपी की अपेक्षा हरियाणा में शराब काफी सस्ती मिलती है। शराब में भारी छूट का फायदा उठाते हुए तस्कर वहीं से सीधे स्टॉक लोड कराकर बिहार पहुंचा देते हैं। इससे जुड़े सभी लोगों का मुनाफा मिल जाता है। देवरिया और कुशीनगर बार्डर पर खेप पहुंचने के बाद तस्कर कोड वर्ड के जरिए वाहनों की अदला-बदली कर देते हैं। इसलिए पुलिस भी आसानी से माल बरामद नहीं कर पाती।

नंबर प्लेट बदलकर लग्जरी गाडि़यों का इस्तेमाल

जिले में हर साल 15 से 20 मामले पकड़े जाते हैं। जांच के दौरान यह भी सामने आ चुका है कि लग्जरी गाडि़यों से शराब की खेप ढोने वाले हरियाणा, यूपी, पंजाब, बिहार सहित अन्य प्रांतों के रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल करते हैं। जिले की सीमा में प्रवेश करते ही तस्कर नंबर प्लेट चेंज कर देते हैं। लग्जरी कारों की जांच बेहद कम होती है। जबकि अन्य माल वाहक वाहनों को भी पुलिस ज्यादा नहीं रोकती। इसलिए आराम से तस्करी का खेल चलता रहता है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि हर माह लाखों रुपए की शराब पार हो जाती है। वर्ष 2019 और 2018 में हुई बरामदगी के दौरान सामने आया कि रोजाना करीब तीन से साढ़े तीन लाख रुपए कीमत की शराब की तस्करी होती है।

हाल के दिनों में बरामद हुई तस्करी की शराब

26 दिसंबर 2019: अवध आसाम ट्रेन में ड्यूटी के दौरान हरियाणा 96 बोतल शराब की बरामदगी हुई। एसी कोच के ज्वाइंट में छिपाकर तस्कर शराब ले जा रहे थे।

19 दिसंबर 2019: धर्मशाला के पास चार लोगों को अरेस्ट करके चौकी प्रभारी धीरेंद्र राय ने नकली अंग्रेजी शराब बनाने का सामान बरामद किया।

21 नवंबर 2019: हरियाणा से बिहार जा रही शराब की खेप देवरिया जिले में बरामद हुई। पांच तस्करों को लग्जरी गाडि़यों संग दबोचा गया। गोरखपुर की तरफ जा रही 127 पेटी शराब बरामद हुई।

अवैध शराब की तस्करी पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। हाइवे पर पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस की टीम वाहनों की चेकिंग करती है। गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया जिलों में भारी बरामदगी हुई है। मुकदमा दर्ज करके अवैध कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

जेएन सिंह, एडीजी, रेंज

Posted By: Inextlive