पाम ऑयल विवाद को लेकर इन दिनों मलेशिया और भारत के बीच तनाव चल रहा है। इसी बीच मलेशिया ने इस हफ्ते दावोस में आयोजित होने वाले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भारत से बातचीत की इच्छा जाहिर की है।


कुआलालंपुर (रॉयटर्स)। मलेशिया के व्यापार मंत्री इस सप्ताह वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में अपने भारतीय समकक्ष से मिलने के लिए तैयार हैं, उनके मंत्रालय ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। वहीं, भारत ने सोमवार को यह साफ कर दिया वह पाम ऑयल को लेकर मलेशिया से कोई भी बातचीत नहीं करना चाहता है। बता दें कि मलेशिया द्वारा भारतीय नीतियों की आलोचना के कारण पाम ऑयल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता और खरीदार के बीच गतिरोध बरकरार है। इसके अलावा, पिछले चार दिनों में मलेशिया ने दूसरी बार दावोस में इस तरह की बैठक की इच्छा जाहिर की है। मलेशिया ने कहा, व्यस्त कार्यक्रम के चलते नहीं हो पाई बैठक
मलेशिया के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और उद्योग मंत्रालय (एमआईटीआई) ने एक बार फिर कहा कि भारत के व्यापार मंत्रालय ने पहली बार 24 दिसंबर को दावोस में दो मंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बैठक के लिए अनुरोध भेजा था। बता दें कि भारत ने जब इस तरह का अनुरोध किया था, तब तक पाम ऑयल के निर्यात को लेकर दोनों देश के बीच कोई विवाद नहीं था। नई दिल्ली ने भारतीय नीतियों की आलोचना के कारण मलेशिया से निर्यात होने वाले पाम ऑयल पर पाबंदी लगा दी थी। एमआईटीआई ने कहा, 'हमारे दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी की भावना में, मलेशिया ने भारत द्वारा आधिकारिक अनुरोध को समय पर आयोजित करने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन दोनों मंत्रियों के व्यस्त कार्यक्रम के कारण बैठकनहीं हो पाई। औपचारिक बैठक की अनुपस्थिति में, इच्छुक पार्टियों के लिए अनौपचारिक रूप से मिलना और अलग हटकर विचारों का आदान-प्रदान करना आम है।'Malaysian PM on Zakir Naik: हम उसके लिए जगह ढ़ूढ़ रहे हैं लेकिन कोई उसे स्‍वीकार करने को तैयार नहीं हैमलेशियाई मंत्री से नहीं मिलेंगे गोयलमंत्रालय ने कहा है कि व्यापार मंत्री डेरेल लीकिंग ने अपने भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल से इस तरह की चर्चा पर अपनी इच्छा जाहिर की है, वह भारत के साथ सभी मतभेदों पर बातचीत करने के लिए तैयार हैं। वहीं, भारतीय व्यापार मंत्रालय के अधिकारी ने मंत्रालय की ओर से बोलते हुए रविवार को रॉयटर्स से बताया कि गोयल अपने व्यस्त कार्यक्रम के कारण दावोस में लीकिंग से नहीं मिलेंगे। उसने बताया कि उनके बीच कोई बैठक निर्धारित नहीं है। बता दें कि पिछले महीने मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहमद ने नए नागरिकता कानून के खिलाफ बयान दिया था, जिसको लेकर भारत और मलेशिया के बीच तनाव बढ़ गया।

Posted By: Mukul Kumar