कोविड से अनाथ हुए बच्चों की देखभाल की घोषणा के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोविड से जान गंवाने वालाें की पत्नियों की मदद करने का फैसला किया है। राहत व मदद में रोजगार कौशल विकास वित्तीय मदद और विभिन्न विकास योजनाओं को शामिल किया जा रहा है।

लखनऊ (आईएएनएस)। एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उत्तर प्रदेश की उन महिलाओं की मदद करने के लिए मिशन मोड पर एक योजना शुरू करें, जिन्होंने अपने पति को इस कोविड-19 की वजह से खो दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग को विस्तृत तौर-तरीकों पर काम करने को कहा गया है। प्रवक्ता ने कहा, मिशन ऐसी सभी महिलाओं की चिंताओं को दूर करेगा, जिन्हें इस महत्वपूर्ण मोड़ पर सरकार से मदद की जरूरत है। यह पूरा खाका उन बच्चों के लिए हाल की योजना की तर्ज पर तैयार किया जाएगा, जिन्होंने अपने माता-पिता या परिवार के कमाने वाले सदस्य को कोविड को खो दिया है।

इस सप्ताह कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार हो जाएगी
महिला एवं बाल विकास विभाग के निदेशक मनोज राय ने कहा, " इस दिशा में काम पहले ही शुरू हो चुका है और इस सप्ताह कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार हो जानी चाहिए। इस मिशन के तहत दो चरणों में काम होगा। हम उन महिलाओं की पहचान करेंगे जो कोविड -19 के कारण विधवा हो गई हैं और उन्हें सहायता की आवश्यकता है। हम सभी विभागों द्वारा लागू की जा रही योजनाओं की भी पहचान करेंगे, जिससे इन महिलाओं को जोड़ा जा सके। प्रोग्राम कन्वर्जेंस मोड पर काम करेगा।" कार्यक्रम के दूसरे चरण में लाभार्थियों की विशेष जरूरतों और उनकी सहायता कैसे की जा सकती है, इस पर गौर किया जाएगा।"

सभी समस्याओं का समाधान करने का भी निर्देश दिया
महिलाओं को रोजगार खोजने में सहायता प्रदान की जाएगी और उन्हें उन योजनाओं से जोड़ा जाएगा जो उन्हें आर्थिक रूप से मदद कर सकती हैं। राजस्व विभाग ऐसी महिलाओं की पहचान करने में भी मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि उन्हें जल्द से जल्द पारिवारिक उत्तराधिकार का लाभ मिले। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से महिलाओं को पेंशन वितरण के लिए प्रखंड और न्याय पंचायत स्तर पर विशेष शिविर लगाने को भी कहा है। उन्होंने अधिकारियों को वृद्धाश्रम में रहने वाले लोगों की सभी समस्याओं का समाधान करने का भी निर्देश दिया है।

Posted By: Shweta Mishra