लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग ने रविवार को राज्य के चार जिलों में टिड्डी हमले के बाद 15 जिलों को सतर्क रहने के लिए कहा। कृषि विभाग ने एक प्रेस बयान में कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के साथ-साथ राज्य के झांसी, ललितपुर, सोनभद्र, जालौन जिलों में टिड्डों के हमले देखे गए। इसे ध्यान में रखते हुए विभाग ने आगरा, मथुरा, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, महोबा, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और मिर्जापुर जिलों के साथ-साथ झांसी, ललितपुर, सोनभद्र, जालौन जिलों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

टिड्डियों के हमलों से निपटने के लिए पूरी तैयारी

विभाग ने बयान में कहा कि टिड्डियों के हमलों से निपटने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बयान में आगे कहा गया, 'टिड्डियों से निपटने के लिए एक राज्य और जिला स्तर की आपदा राहत टीमों का गठन किया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में 486 वाहन, 5365 ट्रैक्टरों पर स्प्रे, 2,172 नगर निगम के टैंकर / ट्रैक्टर, 2423 नगर निगम के स्प्रेयर, 29744 चीनी मिल / गन्ना विभाग के स्प्रेयर , 54967 डीजे सहित ध्वनि-उत्पादक उपकरणों की व्यवस्था की गई है।'

बाजे से लेकर फायर बिग्रेड तक

बयान में आगे बताया गया, 'अग्निशमन विभाग के कुल 86 वाहन, 1288 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर, 312 नगर निगा, ट्रैक्टर / टैंकर, 204 नगर निगम स्प्रे, 18, 261 ध्वनि-उत्पादक यंत्र और 31, 41,10-लीटर लीटर रसायन की व्यवस्था की गई है। झांसी, ललितपुर, जालौन, सोनभद्र, मिर्जापुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, आगरा, मथुरा, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरपुर और बागपत जिले शामिल हैं।

जून में एक और हमले की चेतावनी

टिड्डी, जिसे उत्तर भारत में 'टिड्डी दल' के रूप में जाना जाता है, एक प्रकार का कीट है जो आमतौर पर बड़ी संख्या में चलती है और फसलों को तबाह करती है। इस साल की शुरुआत में, राजस्थान के कई हिस्सों में टिड्डियों के हमले हुए थे। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के टिड्डी चेतावनी संगठन (LWO) ने इस साल मई-जून में एक और हमले की चेतावनी दी है। विशेष रूप से, इस वर्ष का पहला टिड्डी हमला 11 मई को उत्तरी राजस्थान में पाकिस्तान की सीमा से लगे जिले गंगानगर से हुआ था।

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