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KANPUR: इलेक्शन कमीशन, एडमिनिस्ट्रेशन व एनजीओ आदि की तमाम कोशिशों के बावजूद एक बार फिर कानपुराइट्स वोटिंग में फर्स्ट क्लास नहीं आ सके. गुड सेकेंड का करीब चार दशक पुराना रिकॉर्ड भी नहीं छू सके. इससे इलेक्शन ऑफिसर्स में निराशा जरूर है.
1977 में सबसे ज्यादा
कानपुर के पार्लियामेंट इलेक्शन की हिस्ट्री में अब तक सबसे अधिक वोटिंग 1977 में हुई थी. जनता लहर में जमकर वोट बरसे थे. बावजूद इसके कानपुराइट्स फर्स्ट नहीं आ सके थे. इस पार्लियामेंट इलेक्शन में 57 परसेंट से अधिक वोटिंग हुई थी. वहीं वर्ष 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए चुनाव में लगभग 56 परसेंट वोटिंग हुई थी. इसके बाद तो वोटिंग परसेंट तेजी से गिरता गया. वर्ष 2009 में तो ओवरऑल पोलिंग 37 परसेंट भी नहीं हुई थी. वोटर्स का सन्नाटा पिछले इलेक्शन में जरूर टूटा. 51 परसेंट से अधिक वोटर मतदान केन्द्रों पर पहुंचे थे.
इलेक्शन ईयर-- वोटिंग परसेंटेज
2019-- 51.09
2014-- 51.83
2009- 36.9
2004-- 43.5
1999-- 44.83
1998-- 48.52
1984-- 55.94
1977-- 57.74