- स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष सतर्कता की दरकार

- कर्मचारियों के हर दिन के व्यवहार पर बर्ताव की भी हो निगरानी

आई कंसर्न

मेरठ। स्कूलों में आए दिन हो हादसे ने बच्चों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन और पेरेंट्स को भी विशेष सतर्कता की जरूरत है। इसके लिए बच्चों के आसपास या स्कूलों के कर्मचारियों के प्रतिदिन बर्ताव और व्यवहार पर नजर रखी जानी चाहिए। देखें तो अभी तक हुई घटनाओं आरोपी व्यक्तियों का व्यवहार संदिग्ध ही रहा है। अब स्कूल संचालक भी मानते हैं कि स्कूलों में कर्मचारियों के डे बाई डे बिहेवियर वॉच की जरूरत है।

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वर्जन

स्कूल में कर्मचारियों को रखने से पहले उनके वेरीफिकेशन होना जरुरी है। जॉब देते समय पता नहीं होता कि व्यक्ति का व्यवहार कैसा है। कुछ दिन ऐसे लोगों को प्रोबेशन पर रखना होगा।

मृणालिनी अनंत, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

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स्कूलों में सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। जरूरी है कि स्कूल से जुड़े हर व्यक्ति का व्यवहार जज किया जाए। देखना होगा कि जिन लोगों को रखा जा रहा है वह किस बैकग्राउंड से आ रहे हैं।

विनीता गुप्ता, प्रिंसिपल, राधा गोविंद पब्लिक स्कूल

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बच्चे को लेकर चाहे स्कूल संचालक हो, टीचर हो या कोई कर्मचारी, जरूरी है कि सभी बच्चे को उसके पेरेंट्स की तरह ट्रीट करें, बच्चों को हर छोटी बात समझाएं .उन्हें सही-गलत के बारे में बताएं।

सतीश सिंह, प्रिंसिपल, द मिलेनियम पब्लिक स्कूल

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स्कूल में बिहेवियर बच्चों की सुरक्षा में माइल स्टोन जैसा है। कौन क्या कर सकता है। किसकी मानसिक स्थिति और सोच कैसी है, स्कूल में आने-जाने वाले लोगों की आदत कैसी है इसका अंदाजा नजर रख कर ही लगाया जा सकता है। इसके लिए बकायदा स्कूलों को रिकार्ड मेंनटेन करना होगा ।

राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष

यह बेहद जरूरी कदम है। स्कूल बस के कर्मचारी हो या अन्य कोई भी व्यक्ति हो सबके ऊपर नजर होना जरूरी है। क्या खाते-पीते हैं। उनके व्यवहार और बर्ताव पर विशेष निगरानी की जरूरत है।

प्रीति मल्होत्रा, प्रिंसिपल, द आर्यंस स्कूल

ऐसे हादसों को रोकने के लिए स्कूल और पेरेट्स दोनों को विशेष सतर्कता की जरूरत है। स्कूल के कर्मचारियों के प्रतिदिन के बर्ताव पर भी नजर रखी जाए। साथ ही पेरेंट्स इस बात का भी ख्याल रखें कि बच्चे के आसपास जो लोग हैं। वे कैसा बर्ताव कर रहे हैं।

डॉ। विभा नागर, लेक्चरर

मनोविज्ञान विभाग सीसीएसयू